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एमएलसी चुनाव में किसी स्वजातीय को ही लड़ाना चाहते हैं यदुवंशी सपाई!

गाजीपुर। सपा के यदुवंशी कार्यकर्ताओं की दिली इच्छा है कि स्थानीय निकाय क्षेत्र के एमएलसी चुनाव में पार्टी किसी स्वजातीय को ही उम्मीदवार बनाए। इसको लेकर वह अपने स्तर से लामबंदी भी शुरू कर दिए हैं। बल्कि उन कार्यकर्ताओं का एक धड़ा जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन रामधारी यादव का नाम आगे बढ़ाने में जुट भी गया है। इस धड़े का कहना है कि कुल वोटर में आधे से अधिक यदुवंशी हैं। फिर समाजवादी विचारधारा के गैर यदुवंशी वोटरों की संख्या भी कम नहीं है।

इस सिलसिले में चर्चा पर पार्टी के वरिष्ठ नेता मुन्नन यादव ने कहा कि अव्वल तो समाजवादी हर बिरादरी और हर मजहब के हित, सम्मान के पैरवीकार हैं। यह उनके मूल सिद्धांत में आता है लेकिन यदुवंशी कार्यकर्ताओं की इस भावना पर पार्टी नेतृत्व को गौर करना चाहिए। वोट की गणित के हिसाब से देखा जाए तो यदुवंशी कार्यकर्ताओं के तथ्य, कथ्य को एकबारगी खारिज नहीं किया जा सकता। रही बात उम्मीदवारी तय करने की तो यह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का विशेषाधिकार है।

उधर जिला नेतृत्व ने भी उम्मीदवारी के लिए इच्छुक दावेदारों से आवेदन मांग कर एमएलसी चुनाव की सरगर्मी और बढ़ा दी है। जिला कार्यसमिति की शुक्रवार को हुई मासिक बैठक में चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ताओं से बकायदे आवेदन आमंत्रित किए गए।

हालांकि बैठक का मुख्य एजेंडा पांच अक्टूबर को लंका मैदान में प्रस्तावित डॉ. राममनोहर लोहिया-जननायक कर्पुरी ठाकुर जनचेतना महासम्मेलन रहा। उसकी तैयारी पर विस्तृत चर्चा हुई। महासम्मेलन के संयोजक समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष अमित ठाकुर ने बताया कि महासम्मेलन मुख्य अतिथि पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव एवं विशिष्ट अतिथि समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजपाल कश्यप एवं समाजवादी लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामकरन निर्मल होंगे। जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने सभी नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से महासम्मेलन में बड़ी संख्या में उपस्थित होने का निर्देश दिया।

इस मौके पर लगातार बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और खराब होती कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की गई। कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्त की गोरखपुर में पुलिस के हाथों हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग की गई।

बैठक में मुख्य रूप से पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, पूर्व विधायक कालीचरण राजभर, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, अशोक बिंद, अरुण कुमार श्रीवास्तव, रामवचन यादव, लल्लन सिंह, राजकुमार पांडेय, लालजी राम, मारकंडेय यादव, खेदन यादव, रामवचन यादव, अभिषेक यादव,प्रदीप राजभर, हरेंद्र यादव, सूरज राम बागी, सत्येंद्र यादव सत्या, ओमप्रकाश यादव, अजय सेन, आशा यादव, विभा पाल, राजेश गोंड, सुशीला गोंड, प्रवीण यादव, कमलेश यादव, विशाल मद्धेशिया, भानु यादव, गुड्डू यादव, आजाद कनौजिया, आजाद राय, प्रभुनाथ राम, ताहिर हुसैन, रामाशीष यादव, गोविंद यादव, अनिकेत सिंह, शोभा यादव, परशुराम बिंद, सुनील यादव, अनिल यादव, संदीप यादव, अदालत यादव, कैलाश यादव, विजय सिंह, संदीप यादव, लालता प्रसाद यादव, जितेंद्र सेठ आदि उपस्थित थे।

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