करमपुर स्टेडियम में लगा विश्वस्तरीय इनडोर कुश्ती मैट

गाजीपुर। हॉकी में विश्व स्तर पर ख्याति अर्जित करने वाले मेघबरन सिंह स्टेडियम करमपुर की अब कुश्ती में भी अंतरराष्ट्रीय पहचान बनेगी। इसके लिए स्टेडियम के पहलवानों को निखरने का बेहतर मौका मिलेगा। स्टेडियम का अखाड़ा शनिवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैट (गद्दा) से सुसज्जित हो गया। मेघबरन सिंह स्पोर्टस एकेडमी के संचालक अनिकेत सिंह तथा कुश्ती के कोच अदालत यादव ने विधिवत पूजन के साथ इस मैट को लगवाया।
उन्होंने बताया कि इस इनडोर मैट के अभाव में स्टेडियम के प्रशिक्षु पहलवानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण से वंचित होना पड़ता था लेकिन अब स्टेडियम में यह मैट सुलभ होने से उनके सपनों को नई उड़ान मिलेगी। उनका कहना था कि वह दिन दूर नहीं जब करमपुर को खेल गांव की पहचान मिलेगी। बताए कि मैट के अभाव के बावजूद स्टेडियम से निकले सैकड़ों पहलवान आज विभिन्न सरकारी संस्थानों में नौकरी कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में अपना पताका फहरा रहे हैं। उनमें उदयवीर यादव (नेशनल सिल्वर मेडलिस्ट), प्रिंस सिंह (आर्मी), अमित राजभर तथा जुगनू राम (स्टेट चैंपियन) शैलेश पाल व दिग्विजय सिंह (रेलवे), चंद्रभूषण यादव (नेशनल मेडलिस्ट) आदि प्रमुख हैं।
अनिकेत सिंह ने बताया कि स्टेडियम के संस्थापक स्व.तेज बहादुर सिंह के सपनों में एक यह था कि हॉकी के लिए एस्ट्रो टर्फ की सुविधा हो। उस सपने को पूरा करने में तेज बहादुर सिंह के जीते जी उनके अनुज पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। फिर तेजबहादुर सिंह का एक सपना यह भी था कि स्टेडियम का अखाड़ा मैट से सुसज्जित हो जाए। आज उनका यह सपना भी पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह की पहल पर पूरा हो गया।
स्टेडियम की खासियत यह है कि हॉकी, कुश्ती में बिना किसी भेदभाव हर जाति, वर्ग के गरीब होनहार खिलाड़ियों को खुद निखारने का अवसर और जरूरी संसाधन, आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। कोचों के निर्देशन में नियमित प्रैक्टिस कराई जाती है।