मौर्यवंशियों के वोट बैंक में बाबू सिंह कुशवाहा लगाए ‘ताला’!

गाजीपुर। जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा मौर्यवंशी वोट बैंक में भाजपा, सपा की घुसपैठ रोकने के लिए ‘ताला’ लगाने की तैयारी में हैं। कम से कम गाजीपुर में तो ऐसा ही लग रहा है।
जन अधिकार पार्टी सांसद असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मजलिस ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी समेत भागीदारी परिवर्तन मोर्चा की प्रमुख घटक है। शनिवार को प्रदेश की अन्य 16 विधानसभा सीटों के लिए पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित की। उसमें गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट के लिए संजय कुशवाहा का नाम है। पेशे से वकील संजय कुशवाहा अपने समाज के हितों को लेकर बराबर तत्पर रहते हैं। वह अंशकालिक पत्रकार भी हैं और अपने लेखन में कुशवाहा समाज के अधिकार के मुद्दे भी प्रमुखता से उठाते रहते हैं। उस नाते कुशवाहा समाज में उनकी अपनी अलग पहचान भी है। टिकट मिलने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने संजय कुशवाहा को फूल मालाओं से लाद दिया।
इस हिसाब से भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के अब तक गाजीपुर में तीन विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। उनमें जंगीपुर से योगेंद्र सिंह कुशवाहा तथा सैदपुर के लिए डॉ. रामलोचन राम शामिल हैं। गाजीपुर के कुशवाहा समाज में पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का शुरू से प्रभाव रहा है। संभवतः इसी प्रभाव को देखते हुए सपा 2014 के लोकसभा चुनाव में उनकी पत्नी शिवकन्या कुशवाहा को गाजीपुर की सीट से लड़ाई भी थी। हालांकि कांटे की लड़ाई में वह भाजपा के मनोज सिन्हा से पिछड़ गई थीं। अब जबकि विधानसभा चुनाव की बारी है तो बाबू सिंह कुशवाहा की पूरी कोशिश होगी कि कुशवाहा समाज इधर-उधर न बहके।