लूटी गई कार घटना के कुछ ही घंटे बाद बरामद, चार लुटेरे भी हत्थे चढ़े

गाजीपुर। सैदपुर पुलिस को शनिवार की सुबह हुई मुठभेड़ में बड़ी सफलता मिली। लूटी गई कार घटना के करीब 12 घंटे बाद ही बरामद हो गई और लूट को अंजाम देने वाले चार बदमाश भी गिरफ्त में आ गए।
पुलिस कप्तान रामबदन सिंह ने शनिवार की दोपहर अपने ऑफिस में गिरफ्तार लुटेरों को मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि शुक्रवार की रात इन लुटेरों ने वाराणसी के कैंट स्टेशन से ओला में चलने वाली कार गाजीपुर के कोतवाली अंतर्गत पियरी के लिए ऑफ लाइन बुक किया। फिर वह कार को लेकर आए और सैदपुर इलाके के बासुपुर गांव के पास पहुंचकर चालक ज्ञानेंद्र पांडेय को असलहा दिखाकर आतंकित किए। फिर उसे मारपीट कर भगा दिए और खुद उसकी कार तथा मोबाइल फोन लेकर चंपत हो गए। वाराणसी के बड़ागांव थाने के खडगपुर का रहने वाला ज्ञानेंद्र पांडेय सैदपुर कोतवाली पहुंचा। उसकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई।
उसके बाद सैदपुर कोतवाल टीबी सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम लुटेरों की तलाश में जुटी। उसी बीच भीतरी रोड स्थित अंडरपास पर लुटेरों से उनका सामना हो गया। लुटेरों ने पुलिस बल पर फायरिंग की। सौभाग्य रहा कि कोई पुलिस कर्मी जख्मी नहीं हुआ और सभी लुटेरे मय कार दबोच लिए गए। उनके कब्जे से चालक ज्ञानेंद्र पांडेय का लूटा गया मोबाइल फोन तथा मय कारतूस तमंचा भी बरामद हुआ। लुटेरे गाजीपुर जिले के ही रहने वाले हैं। इनमें जुगेश कुमार उर्फ विकास ग्राम महरूमपुर तथा अजय राम गैवीपुर थाना सैदपुर, राहुल यादव ग्राम मधुवन थाना खानपुर तथा अरमान सैदपुर नगर के वार्ड नौ का निवासी है।
पुलिस कप्तान ने बताया कि लुटेरों में लुटेरों में जुगेश कुमार, राहुल यादव तथा अरमान शुरू से अपराधी किस्म के हैं। इनके विरुद्ध पहले से विभिन्न थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।