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सपा के लिए ‘तुरुप का पत्ता’ साबित होंगे उमाशंकर कुशवाहा !

गाजीपुर। पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा को बसपा से अपने पाले में लाकर सपा क्या गुल खिलाएगी। इसका जवाब तो वक्त देगा लेकिन उनके समर्थक यही मान रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में उमाशंकर कुशवाहा सपा के लिए जातीय समीकरण बैठाने में तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं।

यह भी माना जा रहा है कि सपा उमाशंकर कुशवाहा को गाजीपुर की सदर विधानसभा सीट से लड़ा सकती है। कुशवाहा समाज में उनकी हैसियत चौधुर वाली मानी जाती है। यहां तक कि कुशवाहा समाज का खुद को बड़ा नेता मानने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य, बाबू सिंह कुशवाहा से भी कहीं अधिक गाजीपुर के कुशवाहा समाज पर उमाशंकर कुशवाहा का प्रभाव माना जाता है। शायद यही वजह रही कि बसपा उमाशंकर कुशवाहा को पहली बार 2002 में सदर सीट से टिकट देकर विधानसभा में भेजी थी। फिर 2004 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर से लड़ाई थी। तब वह कामयाब तो नहीं हुए थे लेकिन दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के तत्कालीन सांसद मनोज सिन्हा से मामूली वोटों से वह पीछे थे। बल्कि तीन विधानसभा क्षेत्रों में मनोज सिन्हा पर बढ़त बनाए थे। फिर  2007 के विधानसभा चुनाव की बारी आई तो बसपा उनको दोबारा सदर सीट पर लड़ाई थी लेकिन वह हार गए थे। लिहाजा 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा सीट बदल कर इन्हें जमानियां ले गई थी। हालांकि एक बार के बाद फिर किसी चुनाव में उनको कामयाबी नहीं मिली लेकिन हर बार मौर्यवंशियों के वोट बैंक में खासी हिस्सेदारी कर वह अपने समाज में खुद की सियासी हैसियत जरूर साबित करते रहे।

गाजीपुर के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में कुशवाहा वोटर भले अकेले अपने बूते किसी को जीताने की हैसियत में नहीं हैं लेकिन इस स्थिति में जरूर हैं कि किसी का खेल बना-बिगाड़ सकते हैं। अनुमानतः सर्वाधिक 45-50 हजार कुशवाहा वोटर जमानियां में हैं। इसके अलावा सदर 28, जंगीपुर 30-35, जहूराबाद 30-32, मुहम्मदाबाद 25, सैदपुर और जखनियां में करीब 30-32 हजार कुशवाहा वोटर हैं।

कुशवाहा समाज का यह अनुमानित आंकड़ा और उमाशंकर कुशवाहा के अपने साथ आने से सपाई बेहद उत्साहित हैं और पार्टी उमाशंकर कुशवाहा को सदर सीट से टिकट देती है तो वह मान रहे हैं कि गाजीपुर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुशवाहा समाज का बहुमत उनके साथ हो जाएगा।

मालूम हो कि सदर सहित सैदपुर (सुरक्षित) सीट पर पार्टी अभी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं की है जबकि जमानियां से पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, मुहम्मदाबाद पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी तथा जंगीपुर के लिए मौजूद विधायक डॉ.वीरेंद्र यादव उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। शेष दो सीट जहूराबाद तथा जखनियां (सुरक्षित) को पार्टी अपनी साझीदार सुभासपा के लिए छोड़ दी है।

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