भाजपा से अकुताए कार्यकर्ताओं का विकल्प समाजवादी पार्टी!

गाजीपुर। भाजपा सरकार से नाखुश आम लोग क्या करेंगे। यह तो विधानसभा चुनाव में पता चलेगा लेकिन भाजपा नेतृत्व की रीति-नीति से अकुताए कार्यकर्ता खासकर युवा कार्यकर्ताओं के लिए बतौर विकल्प समाजवादी पार्टी है। कम से कम गाजीपुर में तो यही स्थिति है।
हालिया प्रकरण भाजयुमो के दो नेताओं का है। संगठन के पूर्व जिला मंत्री सुजीत चौबे भाजपा को टाटा कर अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने बीते रविवार को गाजीपुर आए पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के कार्यक्रम में पहुंच कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उसी क्रम में भाजयुमो की जिला सोशल मीडिया प्रभारी रैना मिश्रा भी धर्मेंद्र यादव का मंच पर बुके भेंट कर स्वागत किया।
सुजीत चौबे ने तो समाजवादी पार्टी की सदस्यता लेने की जानकारी खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। उसमें उन्होंने भाजपा नेतृत्व को खूब जमकर कोसा। यहां तक कहे कि भाजपा में समर्पित और सक्रिय कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा हो रही है। भाजपा नेता जनहित के बजाए अपने हित साधने में जुट गए हैं। सोशल मीडिया के अपने एकाउंट की प्रोफाइल में भी श्री चौबे ने भाजपा के सारे निशान हटा दिया है और खुद को समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता घोषित कर दिया है। इस आशय की पोस्ट पर उनके समर्थक भी सकरात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं।
इस सिलसिले में ‘आजकल समाचार’ ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष विश्वप्रकाश अकेला से चर्चा की। उन्होंने कहा कि संगठन के इन दोनों नेताओं के समाजवादी पार्टी में जाने की जानकारी उन्हें भी सोशल मीडिया से ही मिली है। संगठन को उनका इस्तीफा नहीं मिला है। हालांकि श्री अकेला के बातचीत से लगा कि वह उन नेताओं के फिर से लौटने की उम्मीद में हैं। उनका कहना था कि वह उन दोनों नेताओं से बात करेंगे।
…पर सुजीत के पिता भाजपा के शक्ति केंद्र प्रभारी
गाजीपुर। भाजयुमो के पूर्व जिला मंत्री सुजीत चौबे भले ही समाजवादी पार्टी में चले गए हैं लेकिन उनके पिताश्री रामकृपाल चौबे आज भी भाजपा दक्षिणी मंडल मरदह शक्ति केंद्र के प्रभारी हैं। भाजयुमो के लोगों का कहना है कि इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुजीत चौबे पाला बदल कर भाजपा के जनाधार को किस हद तक प्रभावित कर पाएंगे।