गंगा: फिर से बढ़ाव शुरू, रफ्तार होगी और तेज

गाजीपुर। गंगा एक बार फिर से बढ़ने लगी हैं। गुरुवार की देर शाम बढ़ाव की रफ्तार प्रतिघंटा पांच सेंटीमीटर पहुंच गई थी।
केंद्रीय जल आयोग की गाजीपुर यूनिट के अनुसार शाम चार बजे जलस्तर 61.510 मीटर दर्ज हुआ। जलस्तर में वृद्धि दोपहर बाद से शुरू हुई।
बाढ़ (सिंचाई विभाग) के एक्सईएन आरके चौधरी ने बताया कि ऊपर वाराणसी तथा प्रयागराज में बढ़ाव और तेज है। वाराणसी में सात और प्रयागराज में प्रतिघंटा आठ सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा बढ़ रही है। यही हाल यमुना का है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में भीषण बारिश और राजस्थान में कोटा बैराज का पानी छोड़े जाने से चंबल में लगातार बढ़ाव जारी है और चंबल का वह पानी यमुना के रास्ते गंगा में आने लगा है। एक सवाल पर इं. चौधरी ने बताया कि गंगा में बढ़ाव और तेज होगा। खतरे के निशान से जलस्तर ऊपर पहुंचेगा। खतरा का निशान गाजीपुर मुख्यालय पर 63.105 मीटर है।
गंगा में बढ़ाव के चलते शहर के सभी घाटों की सीढ़ियों पर पानी चढ़ने लगा है। उन्होंने कहा कि गंगा में कटान का खतरा जलस्तर घटने के बाद शुरू होगा।
डीएम एमपी सिंह पहले से ही गंगा के बढ़ाव को देखते हुए संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दे चुके हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 670 चौकियां स्थापित की जा चुकी हैं। तटवर्ती इलाके के किसान, पशुपालक चिंतित हैं। जाहिर है कि बाढ़ से जहां खेतों में खड़ी फसल का नुकसान होगा। वहीं पशुओं के लिए चारा का संकट खड़ा हो जाएगा।