लखीमपुर खीरी कांड: डीएम ऑफिस के सामने सपाइयों का धरना-प्रदर्शन

गाजीपुर। लखीमपुर खीरी कांड और उस सिलसिले में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तारी से सपाजन बेहद गुस्से में हैं। सोमवार की दोपहर उन्होंने डीएम ऑफिस के मुख्य गेट के सामने धरना-प्रदर्शन कर अपना आक्रोश प्रकट किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें पार्टी कार्यालय समता भवन पर ही रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस की घेरेबंदी को धत्ता बताते हुए वह डीएम ऑफिस के मुख्य गेट पर पहुंच गए।
उनका कहना था कि मोदी-योगी सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था का गला घोंटने पर आमादा हो गई है। विरोध में उठने वाली आवाज को गोलियों के बल पर दबाया जा रहा है। लखीमपुर खीरी की घटना तो ब्रितानी हुकूमत के अत्याचार की याद दिला दी है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र के बिगड़ैल बेटे ने आंदोलनकारी किसानों को अपनी गाड़ी से रौंद कर छह की जान ले ली और तानाशाही यह कि मौके पर जा रहे उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को नाहक गिरफ्तार कर लिया गया। पार्टी नेताओं ने कहा कि जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन भी प्रेषित किया। ज्ञापन में योगी सरकार को बर्खास्त करने और केंद्रीय मंत्रिमंडल से गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने के साथ ही उनके पुत्र आशीष मिश्र के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की गई। इसके अलावा मृत किसानों के आश्रितों को एक-एक करोड़ का मुआवजा तथा घायलों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग भी शामिल थी।
धरना-प्रदर्शन में विधायक डॉ. विरेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, राजेश कुशवाहा, सुदर्शन यादव, डॉ. नन्हकू यादव, सुधीर यादव, महेंद्र चौहान, गोपाल यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, दिनेश यादव, रामबचन यादव, सत्येंद्र यादव सत्या, डॉ. समीर सिंह, ओपी यादव, अभिषेक यादव, अरविंद यादव, अजीत, अमित ठाकुर, अहमर जमाल, जवाहिर यादव, कन्हैया लाल विश्वकर्मा, अमित सिंह लालू, विनोद पाल, अभिनव सिंह, चंद्रिका यादव, सूरज राम बागी, परशुराम बिंद, आमिर अली, जगतमोहन बिंद, राहुल सिंह, विभा पाल, आरिफ खान, बृजदेव खरवार आदि प्रमुख थे। संचालन जिला महासचिव अशोक कुमार बिंद ने किया।