कवि केदारनाथ सिंह की स्मृति में प्रतिवर्ष दिया जाएगा “केदारनाथ सिंह स्मृति कविता सम्मान”

गाजीपुर। कवि केदारनाथ सिंह की तीसरी पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर बुधवार को ‘क' कला दीर्घा, वाराणसी में प्रो. अवधेश प्रधान की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि केदारनाथ सिंह की स्मृति में प्रतिवर्ष उनके जन्मदिवस पर 19 नवंबर को ‘केदारनाथ सिंह स्मृति कविता सम्मान' दिया जाएगा। इसके लिए हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं के किसी एक कवि का चयन प्रतिवर्ष होगा।
तय हुआ कि इस वर्ष का पुरस्कार हिंदी भाषा के कवि को प्रदान किया जाएगा तथा आगामी वर्षों में अन्य भारतीय भाषाओं के कवि का चयन किया जाएगा। पुरस्कार के लिए चयन समिति गठित की जाएगी। उसमें पांच सदस्य होंगे। चयन समिति का गठन प्रतिवर्ष किया जाएगा। चयन समिति में तीन सदस्य उस भाषा के प्रतिष्ठित कवि होंगे, जिस भाषा के लिए पुरस्कार दिया जाना होगा तथा शेष दो सदस्य अन्य भारतीय भाषाओं से होंगे। पुरस्कार की धनराशि 51 हजार रुपये होगी। पुरस्कार का वितरण केदारनाथ सिंह की जन्मतिथि पर आयोजित समारोह में किया जाएगा। पुरस्कार का आयोजन, चयन समिति का गठन तथा वितरण समारोह का आयोजन साखी पत्रिका के तत्वावधान में होगा।
बैठक में इस संपूर्ण उपक्रम के लिए एक संचालन समिति गठित हुई। उसमें प्रेमचंद साहित्य संस्थान के पदेन अध्यक्ष रामदेव शुक्ल, प्रो. संध्या सिंह, सुनील कुमार सिंह, सर्वेंद्र विक्रम सिंह, प्रो. राजेश कुमार मल्ल, प्रो. अवधेश प्रधान, मृत्युंजय कुमार सिंह तथा साखी के संपादक प्रो. सदानंद शाही को नामित किया गया।
इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया के अनुसार संचालन समिति पांच सदस्यीय चयन समिति का गठन करेगी, जो विभिन्न भारतीय भाषाओं से चयनित कवियों की रचनाओं पर विचार करेगी। प्रतिवर्ष देश, विदेश के महत्वपूर्ण भारतीय भाषा-भाषी कवियों, लेखकों तथा समीक्षकों से उनकी संस्तुति आमंत्रित की जाएगी। चयन समिति प्राप्त होने वाली संस्तुतियों से इतर भी नामों पर विचार कर सकेगी। उसके बाद प्राप्त सभी संस्तुतियों, नामों में से चयनित पांच नामों को चयन समिति के विचारार्थ प्रस्तुत किया जाएगा और चयन समिति के निर्णयानुसार पुरस्कार की घोषणा प्रतिवर्ष दिनांक 19 नवंबर को होगी। चयनित नामों में से पुरस्कार के लिए चयन यथासंभव सर्वानुमति से किया जाएगा। सर्वानुमति के अभाव में बहुमत से निर्णय किया जाएगा। यह पुरस्कार 40 वर्ष तक की आयु के युवा कवि के लिए होगा। पुरस्कार कवि की विगत तीन वर्षों में प्रकाशित पुस्तक पर प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार उस भाषा की मौलिक कृति पर पर प्रदान किया जाएगा। अनुवाद कार्य के लिए पुरस्कार पर विचार नहीं किया होगा। पुरस्कार के लिए किसी प्रभाव, दबाव, पैरवी को अनर्हता की कोटि में अवधारित किया जाएगा।
बैठक में प्रो. रामदेव शुक्ल, प्रो. मृदुला सिन्हा, प्रो. राजेश मल्ल, सुनील कुमार सिंह, सर्वेंद्र विक्रम सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह आदि थे। इसी के साथ ही केदार जी की तीसरी पुण्यतिथि पर केदार स्मृति व्याख्यान “केदारनाथ सिंह की कविताओं का अनुवाद करते हुए: कविताओं का बांग्ला पाठ और चर्चा” का आयोजन ‘साखी' त्रैमासिक के फेसबुक पेज से लाइव किया जाएगा। यह व्याख्यान प्रो. सोमा बंद्योपाध्याय, कुलपति, तकनीकी विश्वविद्यालय, कोलकाता देंगी।