जननायक जगदेव प्रसाद कुशवाहा का मना शहादत दिवस

गाजीपुर। सामाजिक परिवर्तन के महानायक जगदेव प्रसाद कुशवाहा को शहादत दिवस पर रविवार को एमजेआरपी स्कूल जगदीशपुरम् में श्रद्धा के साथ याद किया गया।
इस मौके पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा ने उनके व्यक्तित्व, कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा असल मायने में सामाजिक परिवर्तन के महानायक थे। महात्मा ज्योतिबा फुले, पेरियार, डॉ. भीमराव आंबेडकर तथा रामस्वरूप वर्मा जैसे महान समाज सुधारकों, विचारकों से प्रेरित थे। बचपन में ही उनके अंदर सामंतवाद और जातिवाद को लेकर विद्रोही स्वभाव पनप गया था। उसी का परिणाम रहा कि वह आजीवन समतामूलक समाज की स्थापना के लिए संघर्षरत रहे। आजाद भारत में शोषितों के हक के लिए अपनी शहादत देने वाले अग्रणी नेताओं में वह एक थे। छात्र राजनीति की शुरुआत से ही सामाजिक असमानता, आर्थिक शोषण के विरुद्ध संघर्ष करते रहे। उन्हें बिहार का ‘लेनिन’ कहा जाता है। जगदेव बाबू 1967 में बिहार में बनी गैर कांग्रेसी सरकार में पिछड़ों को अपेक्षित भागीदारी नहीं मिलने पर बगावती तेवर में आ गए थे और शोषित समाज दल का गठन कर दलितों, वंचितों व पिछड़ों के हक के लिए आजीवन लड़ते रहे। जगदेव प्रसाद कुशवाहा राजनेता के साथ ही विद्वान लेखक व पत्रकार भी थे। पत्रकारिता के क्षेत्र में ‘जनता’ के संपादन से अपनी शुरुआत की और अंग्रेजी साप्ताहिक ‘नागरिक’ तथा हिंदी साप्ताहिक ‘उदय’ का भी संपादन किए। जगदेव प्रसाद जी भले ही आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनके क्रांतिकारी विचार और उनकी संघर्षगाथा नए समाज की स्थापना के लिए नई पीढ़ी को बराबर प्रेरित करती रहती है। उनके सिद्धांतों, आदर्शों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
समारोह में जिला सचिव नरेंद्र कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा, तारा, इंद्रजीत कुशवाहा, नागा यादव, चंदन प्रजापति, सत्येंद्र कुशवाहा, सुरेंद्र, अवधेश कुशवाहा, दिनेश कुशवाहा, मनोज, अलगू कुशवाहा, नागेंद्र राजभर, बृजेश, शिव राजभर, आशीष, निखिल, फैयाज, जयराम शर्मा, अर्जुन कुशवाहा आदि थे। संचालन नरेंद्र कुशवाहा ने किया। कार्यक्रम के शुभारंभ में जगदेव प्रसाद कुशवाहा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।