[the_ad_group id="229"]
अपराधब्रेकिंग न्यूज

आशिकी में युवक कृष्णा का हुआ था कत्ल, माशूका का भाई ही निकला कातिल

बाराचवर (गाजीपुर)। बरेसर थाने के हुसेनाबाद के युवक कृष्णा ठाकुर (20) की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। आशिकी में उसका कत्ल हुआ था। कातिल कोई और नहीं बल्कि उसकी माशूका का भाई था। उसने यह कत्ल भी माशूका की मौजूदगी में किया। इस कत्ल की साजिश में माशूका के गांव का प्रधान भी शामिल था।

इस सिलसिले में मृत कृष्णा ठाकुर के पिता हरेराम ठाकुर की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में नामजद माशूका सोनी चौरसिया तथा उसके भाई सुनील चौरसिया, बड़े पिता सौदागर चौरसिया सहित उनके गांव के प्रधान प्रवींद्र वर्मा को बरेसर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांस का डंडा भी बरामद हुआ।

पूछताछ में माशूका के भाई सुनील चौरसिया ने बताया कि उसकी बहन से कृष्णा ठाकुर का करीब चार साल से संपर्क था। वह दोनों शादी की तैयारी में थे जबकि बहन के इस संबंध को लेकर गांव में उसकी बेइज्जती हो रही थी। उसने कई बार बहन को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। उसी क्रम में उसने कृष्णा ठाकुर से भी बात की और अपने परिवार की इज्जत की दुहाई दी। फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। आखिर वह तय किया कि कृष्णा को ही रास्ते से हटा दिया जाए। उसके लिए उसने अपने बड़े पिता सौदागर चौरसिया संग योजना बनाई। योजना के तहत बुधवार की रात में अपनी बहन सोनी चौरसिया से उसको फोन करा कर मिलने के बहाने अपने घर बुलवाया। वह जैसे ही पहुंचा कि डंडे से उस पर जोरदार प्रहार शुरू कर दिया। कुछ ही पलों में वह जमीन पर गिर पड़ा। उसे मृत समझ कर अपने बड़े पिता के सहयोग से उसको गांव से कुछ दूर ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया। कृष्णा पर डंडे के प्रहार के वक्त उसकी बहन सोनी चौरसिया भी मौजूद थी लेकिन उसके गुस्से को देख वह बेबस थी।

मालूम हो कि उसी रात राहगीरों की नजर औंधे मुंह पड़े कृष्णा ठाकुर पर पड़ी। मौके पर पहुंची पुलिस पहले सीएचसी बाराचवर फिर जिला अस्पताल ले गई थी। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। कृष्णा की पहचान उसके पर्स में मिले आधार कार्ड से हुई थी।

कृष्णा ठाकुर अपने पिता का इकलौता पुत्र था और गांव हुसैनाबाद की चट्टी पर अपने पिता के सैलून में हाथ बंटाता था। आखिर इस पूरे प्रकरण में अभियुक्तों के गांव भूपतिपुर के प्रधान प्रवींद्र वर्मा की क्या भूमिका थी। इस सवाल पर एसओ बाराचवर राजेश बहादुर सिंह ने बताया कि मृत कृष्णा ठाकुर के पिता हरेराम ठाकुर का आरोप है कि वह उनके बेटे को पहले से पहचानते थे। बावजूद उन्होंने सड़क पर पड़े उनके बेटे को अज्ञात युवक के रूप में पीआरवी-112 को सूचना दी थी। इससे साफ है कि वह भी इस घटना में शामिल थे।

…और ट्रेंड हो रही कृष्णा को इंसाफ की मांग

यह कांड इलाके में चर्चा का विषय बन गया है। युवकों में कृष्णा ठाकुर के लिए हमदर्दी और उसकी प्रेमिका के प्रति नफरत है। युवक बकायदा सोशल मीडिया पर कृष्णा के परिवार को इंसाफ की मांग को ट्रेंड करा रहे हैं। वह अपनी बात को और पोख्ता बनाने के लिए अपनी पोस्ट में कृष्णा की अपनी प्रेमिका संग कभी ली गई फोटो भी चस्पा रहे हैं। वह फोटो कृष्णा की सोनी चौरसिया से बेइंतहा मुहब्बत की गवाही दे रही है।

यह भी पढ़ें—सपा: मौर्यवंशियों का जमावड़ा

आजकल समाचार’ की खबरों के लिए नोटिफिकेशन एलाऊ करें

[the_ad_group id="230"]

Related Articles

Back to top button