गंगा: सुकून की खबर, थमने लगा उफान

गाजीपुर। गंगा के तटवर्ती बाशिंदों के लिए सुकून की खबर है। गंगा का उफान थमने लगा है। ऊपरी हिस्से से भी यही संकेत मिल रहें हैं कि उफान क्रमश: घटता जाएगा।
केंद्रीय जल आयोग की गाजीपुर यूनिट के मुताबिक मंगलवार की देर शाम करीब सात बजे गंगा में बढ़ाव की रफ्तार घट कर प्रतिघंटा तीन सेंटीमीटर दर्ज हुई जबकि जल स्तर 61.250 मीटर रिकॉर्ड किया गया। रफ्तार में यह गिरावट सुबह करीब आठ बजे से शुरू हो गई थी।
बाढ़ (सिंचाई) विभाग के एक्सईएएन आरके चौधरी ने बताया कि पिछले सप्ताह हथनी कुंड बैराज (हरियाणा) से छोड़ा गया पानी भी जरिये यमुना गंगा में आने लगा है। गंगा के निचले हिस्से से पानी की निकासी तेजी से हो रही है लिहाजा यमुना का पानी गंगा में आकर कोई खास दबाव नहीं बना पाएगा। गंगा के जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार भी अपेक्षाकृत कम ही रहेगी। इस दशा में बहुत हुआ तो गंगा का पानी एक मीटर और ऊपर आ सकता है।
गोमती, गांगी और कर्मनाशा में भी बढ़ाव
गाजीपुर। गंगा में बढ़ाव के चलते सहयोगी नदियों का भी जल स्तर बढ़ने लगा है। गोमती, गांगी के तटवर्ती इलाके के किसान भी चिंतित हो गए हैं। सैदपुर क्षेत्र के कई तटवर्ती गांवों के खेतों में पानी पहुंचने लगा है। सब्जी, बाजरे की फसल पानी की चपेट में आने लगी है। उधर जमानियां तथा सेवराई तहसील क्षेत्र में कर्मनाशा के बढ़ाव से तटवर्ती गांवों के सिवान में पानी पहुंचने का खतरा बन गया है। चंदौली जिले के चंद्रप्रभा बांध का पानी छोड़े जाने के कारण यह नौबत आई है।
गंगा को लेकर प्रशासन अलर्ट
गाजीपुर। गंगा में बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। राइफल क्लब में मंगलवार को हुई बैठक में डीएम एमपी सिंह ने आदेश दिया कि संबंधित अधिकारी बगैर इजाजत अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। पूरे जिले में गंगा के तटवर्ती इलाके में 240 स्थान रेड जोन घोषित हैं जहां बाढ़ चौकियां स्थापित होंगी उन चौकियों पर अन्य कर्मचारियों के अलावा एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की भी तैनाती होगी। डीएम ने कहा कि तटवर्ती इलाकों में खाद्यान्न, दवा, पेयजल तथा पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।