मुख्तार अंसारीः इधर पत्नी और सालों की करोड़ों की संपत्ति कुर्क, उधर तीन गुर्गे गिरफ्तार

गाजीपुर। बाहुबली मुख्तार अंसारी के लिए मंगलवार का दिन तल्खी देने वाला ही रहा। जहां गाजीपुर शहर के सैय्यदबाड़ा मुहल्ला स्थित पत्नी आफसा अंसारी और साले अनवर शहजाद तथा सरजील रजा उर्फ आतिफ के नाम की करोड़ों की रिहायशी बिल्डिंग कुर्क हुई। वहीं बाराबंकी पुलिस मुख्तार गैंग के तीन इनामी गुर्गों को धर दबोची।
सैय्यदबाड़ा मुहल्ले की बिल्डिंग गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत कुर्क हुई। उसकी कीमत 1.18 करोड़ रुपये आंकी गई है। कुर्की की कार्रवाई पुलिस तथा राजस्व विभाग की साझी रही। पुलिस टीम की अगुवाई एएसपी सिटी गोपीनाथ सोनी तथा सीओ सिटी ओजस्वी चावला और राजस्व टीम की अगुवाई तहसीलदार मुकेश सिंह कर रहे थे। कार्रवाई से पहले बकायदा मुनादी कराई गई। उस वक्त बिल्डिंग में कोई रहवइया नहीं था। जाहिर है कि कार्रवाई की पूर्व सूचना पर वह सभी जरूरी और कीमती सामान संग बिल्डिंग छोड़ चुके थे।
पुलिस की रिपोर्ट पर इस आशय का आदेश डीएम एमपी सिंह ने सोमवार को दिया था। आदेश के तहत मुख्तार के लखनऊ के गोमती नगर स्थित आवासीय फ्लैट को भी कुर्क होना है। उसकी कीमत भी एक करोड़ रुपये आंकी गई है। एएसपी सिटी ने बताया कि लखनऊ फ्लैट को कुर्क करने के लिए सीओ सिटी की अगुवाई में पुलिस तथा राजस्व टीम की जल्द ही लखनऊ रवानगी होगी।
पुलिस दोनों गाजीपुर तथा लखनऊ की इस अचल संपत्ति को मुख्तार की बेनामी संपत्ति मानती है। मुख्तार और उनकी गैंग पुलिस फाइल में अंतर प्रांतीय गैंग (191आईएस) के रूप में सूचीबद्ध है।
इसीक्रम में बाराबंकी पुलिस मुख्तार के तीन गुर्गों को गिरफ्तार की। वह सभी मुख्तार के ही गृह कस्बा यूसुफपुर-मुहम्मदाबाद के रहने वाले हैं। इनमें फिरोज कुरैशी कसाई मुहल्ला जफरपुरा, शाहिद मंगल बाजार और इंद्रासन शर्मा दर्जी मुहल्ले का है। इनकी गिरफ्तारी बाराबंकी की शहर कोतवाली क्षेत्र के नए बस अड्डे से हुई। इन सभी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। यह बहुचर्चित एंबुलेंस प्रकरण में वांटेड थे। उस मामले में बाराबंकी पुलिस मुख्तार अंसारी सहित कुल 13 लोगों को मुल्जिम बनाई है। उनमें मऊ की प्रमुख महिला चिकित्सक अलका राय सहित सात लोग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी को बाराबंकी पुलिस वारंट बी तामिल करा दी है। शेष दो फरार हैं। इन पर भी बाराबंकी पुलिस इनाम घोषित कर दी है। यह दोनों भी गाजीपुर के ही मुहम्मदाबाद कोतवाली के रहने वाले हैं। इनमें जफर उर्फ चंदा सदर रोड तथा अफरोज खां उर्फ चुन्नू पहलवान महरूपुर गांव का है। मालूम हो कि मुख्तार के ससुराली मूलतः महरूपुर के ही रहने वाले हैं।