पड़ोसी परिवार ने वृद्ध दिव्यांग को जिंदा जलाया, बेटी संग चार नामजद

गाजीपुर। सादात में दिव्यांग मोची मेवा राम (65) अपनी ही गुमटी में जिंदा जल गए। यह हृदय विदारक घटना सोमवार की रात की है। शुरुआती छानबीन में पुलिस इसे हादसा मानकर चल रही थी लेकिन इस मामले में मेवा राम के पुत्र रामसेवक ने मंगलवार को थाने में तहरीर देकर अपने पड़ोसी परिवार पर हत्या का आरोप लगाया। अब पुलिस इस बिंदू पर जांच करेगी।
घटना की जानकारी सादात नगर पंचायत चेयरमैन प्रतिनिधि राजनाथ यादव से लोगों को मिली थी। संयोग से वह किसी निमंत्रण से घर लौट रहे थे। स्टेशन रोड पर मेवा राम सहित उनके बगल की गुमटी से उठती आग की लपटें और धुएं पर पड़ी। जब तक मेवा राम के घर वाले मौके पर पहुंचते उसके पहले ही वह आग की लपटों में घिरने के कारण चल बसे थे। आग कैसे और किन परिस्थितियों में लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया। आग की चपेट में आई मेवा राम के बगल की गुमटी तथा ठेला सादात के ही वार्ड आठ के रहने वाले गुरु प्रसाद पटवा की थी। मेवा राम उसी क्षेत्र के सरयां गांव के रहने वाले थे। तत्काल सूचना न देकर घरवाले मेवा राम के शव को दफना दिए।
मेवा राम के पुत्र रामसेवक ने तहरीर में कहा है कि यह हादसा नहीं बल्कि पुरानी रंजिश को लेकर उसके पड़ोसी लक्ष्मण प्रसाद और उसके दो पुत्र राहुल व अक्कू के साथ ही पुत्री मोती उर्फ मनीषा ने उसके पिता को मारपीट कर जिंदा जलाया। रामसेवक की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। उसके बाद देरशाम सीओ सैदपुर बलराम मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। इसी बीच एसओ सादात शशिचंद्र चौधरी ने बताया कि डीएम से इजाजत लेकर शव को कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। तब आगे की कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़ें—पूर्व सांसद क्या बोले