भाजपाइयों की पुलिस से फिर आई टकराव की नौबत, बड़े नेताओं के नकारात्मक रवैये पर बिफरे कार्यकर्ता

गाजीपुर। भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से टकराव की फिर नौबत आ गई और पार्टी के बड़े नेताओं का रवैया पूर्व की तरह असहयोगात्मक ही रहा लेकिन कार्यकर्ताओं की एकजुटता के चलते पुलिस को नरम होना पड़ा। वाकया रविवार की सुबह का है।
शहर कोतवाली के चक हुसाम गांव के रहने वाले सदर मंडल पूर्वी के सेक्टर संयोजक वीरेंद्र यादव के पिता जयराम यादव की मामूली विवाद को लेकर अपने पटीदारों से मारपीट हो गई। मामला शहर कोतवाली पहुंचा। वहां भाजपा के ही एक जिला पदाधिकारी के कहने पर एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए पुलिस वीरेंद्र यादव तथा उनके पिता जयराम यादव को न सिर्फ हवालात में डाल दी बल्कि उन पर गंभीर धाराएं भी लगाने की तैयारी शुरू कर दी। इसकी खबर जब सदर मंडल पूर्वी के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुशवाहा को लगी तब वह कोतवाली पहुंचे। पुलिस के अन्याय की शिकायत उन्होंने पार्टी के जिला नेतृत्व समूह से की तो पीड़ित सपा का कॉडर बताते हुए किसी तरह की मदद से साफ इन्कार कर दिया गया। तब तक मंडल के अन्य पदाधिकारी भी कोतवाली पहुंच चुके थे। पार्टी जिला कार्यालय में मौजूद जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने उन्हें यह भी बताया कि पीड़ित गत दिनों सपा की ट्रैक्टर रैली में भी शामिल था और उसका सबूत उनके पास उपलब्ध वीडियो क्लिप है। तब मंडल के सभी पदाधिकारी जिला कार्यालय पहुंचे और वह वीडियो क्लिप दिखाने को कहे लेकिन बताया गया वह वीडियो क्लिप डिलीट हो गई है। इस बात को लेकर जिला स्तरीय और मंडल पदाधिकारियों में झड़प हो गई। यहां तक कि एक वाचाल वृत्ति के जिला पदाधिकारी से तो औकात दिखाने और देखने तक की बात आ गई। खैर अन्य पदाधिकारियों ने किसी तरह मामला शांत कराए। उसके बाद मंडल की पूरी टीम दोबारा कोतवाली लौटी और धमकी दी कि अगर सेक्टर संयोजक व उनके पिता संग अन्याय हुआ तो वह लोग कोतवाली में ही धरने पर बैठेंगे। उनके तेवर देख शहर कोतवाल ने वीरेंद्र यादव तथा उनके पिता को हवालात से बाहर निकाला और धारा 151 के तहत चालान किए। उसके बाद मंडल टीम उनको जमानत पर रिहा करा कर लौट गई।
मालूम हो कि इसके पहले कासिमाबाद और खानपुर पुलिस से इलाकाई भाजपाइयों से टकराव हो चुका है। उन मामलों में भी जिला नेतृत्व समूह का रवैया नकारात्मक ही रहा और उसके चलते पार्टी की खूब भद पीटी।