एमएलसी चुनावः भाजपा की ‘दामदारी’ के आगे टिक पाएगी सपा !

गाजीपुर। एमएलसी चुनाव तय है कि दिलचस्प होगा। चुनाव अभियान में भाजपा ‘दामदारी’ के साथ अपनी पूरी ताकत झोंकने और सपा दमदारी के साथ अपने वोट बैंक को सहेजने में जुटने की तैयारी में है।
मजे की बात कि दोनों पक्षों को सपा मुखिया अखिलेश यादव के कार्यक्रम का इंतजार है। बल्कि सपा को उनके आने का और भाजपा को उनके आकर लौट जाने का इंतजार है।
पहले अखिलेश यादव को 28 मार्च को गाजीपुर आना था लेकिन उसी दिन शपथ समारोह के कारण उनका वह कार्यक्रम टल गया है। हालांकि सपा नेताओं की मानी जाए तो उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अभियान में आना तय है। रविवार को यह भी साफ हो जाएगा कि आखिर वह किस दिन गाजीपुर आएंगे। अखिलेश यादव की सकरा (जैतपुरा) तथा बाराचवर में जनसभा प्रस्तावित है।
सपाइयों को पूरा यकीन है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की दो जनसभा के बाद तो उनकी चुनावी फिंजा बिल्कुल बन जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने पर पार्टी के लिए ‘दामदारी’ की भी गुंजाइश बनेगी।
उधर भाजपा के रणनीतिकारों को सपा मुखिया अखिलेश यादव के आकर लौट जाने का इस लिए इंतजार है कि तभी अंदाजा मिल पाएगा कि उनके चलते कितना ‘डैमेज’ हुआ है और ‘डैमेज कंट्रोल’ के लिए ‘ट्रीटमेंट’ में कितने ‘डोज’ की जरूरत पड़ेगी।
हालांकि भाजपा के चुनाव अभियान से जुड़े लोग बैठे नहीं हैं। बल्कि वह गैर सपाई वोटरों से संपर्क साधने में जुट गए हैं। इसके लिए लगभग हर ब्लॉक क्षेत्र को वह धांग रहे हैं। उन वोटरों को भाजपा के साथ रहने और सपा के साथ जाने का नफा-नुकसान समझा रहे हैं। इस अभियान की मॉनिटरिंग खुद पार्टी उम्मीदवार विशाल सिंह चंचल कर रहे हैं। खबर यह भी मिल रही है कि ‘दामदारी’ से हाथ मिलाने के लिए बहुतेरे वोटर भाजपा खेमे से खुद संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। उधर सपा के चुनाव अभियान के ‘पंच प्यारे’ मय उम्मीदवार मदन यादव लखनऊ में बैठकर पार्टी मुखिया अखिलेश यादव का ‘मुंह ताक’ रहे हैं।
इस दशा में भाजपा की ‘दामदारी’ के आगे सपा किस हद तक टिक पाएगी। इसको लेकर सियासी हलके में चर्चा शुरू है।