अतुल का ‘स्ट्रोक’, मुख्तार पर ‘ब्रेक’!

गाजीपुर। मऊ विधायक मुख्तार अंसारी अपने जमाने में जो तीन-तिकड़म, तरकीब आजमाते थे, उसे ‘हनुमान गेयर’ का नाम दिए थे। बड़े से बड़े। मुश्किल से मुश्किल मसले सलटाने में यह हनुमान गेयर उनका आखिरी विकल्प होता।
…मगर अब जबकि उनका जमाना बदला है तो हनुमान गेयर भी फेल मार गया है। कहीं कोई सुनवाई नहीं। हक-पद तक की बात नहीं। खुद की सलामती के लिहाज से वह पंजाब की जेल में रहना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने आखिरी कोशिश की। यहां तक कि पंजाब सरकार भी उनकी मदद में उतर आई लेकिन योगी सरकार बजरिये सुप्रीम कोर्ट उन्हें यूपी लाकर ही दम ली।
…खैर! यूपी आने के बाद उनकी दिली ख्वाहिश थी कि उन्हें नैनी जेल में रखा जाए। वहां उनके यार कलवरिया बंधु हत्या के मामले में सजा काट रहे हैं। कलवरिया बंधुओं की मौजूदगी में वह महफूज महसूस करते लेकिन जब बात बिगड़ने लगती है तो चौतरफा बिगड़ती चली जाती है। उनकी उस मंशा पर पानी फेर दिए वहां कैद घोसी सांसद अतुल राय। कभी अतुल राय मुख्तार के खास थे लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर दोनोंजनों में छत्तीस का आंकड़ा हो चुका है। सो अतुल राय ने नैनी जेल में मुख्तार के आने से खुद पर खतरे की आशंका जताई। इसके लिए उन्होंने कोर्ट से लगायत मुख्यमंत्री तक लिखा-पढ़ी की। नतीजा हुआ कि अतुल राय की उस आशंका की तहकीकात के लिए सरकार खुफिया तंत्र को लगाई।
…और अब ऑनलाइन मीडिया में आई खबर के मुताबिक खुफिया जांच में मुख्तार को लेकर घोसी सांसद अतुल राय की ओर से जताई गई आशंका सच साबित हुई है।…मतलब मुख्तार की नैनी जेल में रहने की चाहत हाल-फिलहाल पूरी नहीं होगी। उन्हें बांदा जेल में ही रहना पड़ेगा। अतुल राय उनके लिए रोड़ा जो बन गए हैं।
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