जखनियां ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि के विरुद्ध तहरीर

गाजीपुर। जखनियां ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर शुरू हुई अदावत खत्म होती नजर नहीं आ रही है। इसी क्रम में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह मसाला और उनके भाई समेत साथियों पर युवा लोक गायक पीयूष यादव (19) का अपहरण कर बर्बर पिटाई के बाद जखनियां रेलवे स्टेशन की दक्षिणी केबिन के पास छोड़ जाने का आरोप लगा है। पीड़ित सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता सादात ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ.संतोष यादव संग पुलिस कप्तान के पास पहुंचा और इस आशय की तहरीर दी।
तहरीर में बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान गाना गाने पर नाराज़ दबंग रविवार की सुबह करीब दस बजे जखनियां बाजार से उसे जबरिया उठा लिए और मसाला सिंह के पदुमपुर स्थित अहाता में ले जाकर राड, फावड़ा बेत, बेल्ट वगैरह लेकर उस पर एकदम से पिल पड़े। उनकी बर्बर पिटाई से वह अचेत हो गया। उसके मुंह और नाक से रक्त स्राव शुरू हो गया। फिर भी हमलावरों का दिल नहीं पसीजा। पानी के छींटे देकर उसे पीटते रहे। यह सब तीन घंटे तक चलता रहा। जब वह बर्बर पिटाई से अधमरा हो गया तब हमलावर उसे जखनियां स्टेशन की दक्षिणी केबिन के पास छोड़कर चले गए। जाते वक्त धमकी दे गए कि अगर उसने पुलिस में शिकायत की तो उसको जान से मार देंगे।
पीयूष के घरवालों की सूचना पर सादात ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ. संतोष यादव पीयूष के घर पहुंचे और दशा देख उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सादात में भर्ती करवाए और इसकी सूचना प्रशासन को दी। पीयूष के अनुसार रात लगभग 12 बजे भुड़कुड़ा कोतवाल पहुंचे और उसका बयान लिए। फिर अपने हिसाब से उसके रिश्तेदार से प्रार्थिमिकी लिखवाकर ले गए। बल्कि पीयूष ने अपने बयान में सत्येंद्र सिंह मसाला और उनके भाई का नाम लिया तो भुड़कुड़ा कोतवाल उसे डांट कर चुप करा दिए।
डॉ.संतोष कुमार यादव ने बताया कि पीयूष की तहरीर लेते हुए पुलिस कप्तान ने सीओ सीटी को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा। पीड़ित पीयूष यादव के माता-पिता ने एएसपी सीटी को बताया कि उनका पूरा परिवार आतंकित है। लिहाजा दबंग हमलावरों के विरुद्ध कार्रवाई कर परिवार के जान-माल की सुरक्षा की जाए।
इसी बीच डॉ. संतोष यादव ने डीएम तथा पुलिस कप्तान से खुद पर भी जान का खतरा बताते हुए स्थाई सरकारी सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने की मांग की है। साथ ही कहा है कि इलाके के अमन-चैन के लिए जरूरी है कि मसाला सिंह और उनके गुर्गों को जेल में डाला जाए।
हालांकि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में मसाला गुट की इंदू देवी जीत चुकी हैं। उनके खाते में 69 और डॉ.संतोष यादव समर्थित मीरा देवी को मात्र 35 वोट प्राप्त हुए थे।
उधर डॉ.संतोष यादव के समर्थकों पर एनसीआर
जखनियां ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर डॉ.संतोष यादव बनाम मसाला सिंह का झगड़ा इन दिनों सुर्खियों में है। मतदान पूर्व दोनोंजन आमने-सामने भी आ गए थे। दोनों ओर से लाठी-डंडे, लात-घूंसे चले थे। गालियों का भी आदान-प्रदान हुआ था। उसकी वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। उसीक्रम में मसाला सिंह गुट के बहरियाबाद थाने के बेलहरा गांव निवासी रविप्रताप मौर्य ने बीते पांच जुलाई को डॉ.संतोष यादव के समर्थकों के विरुद्ध बहरियाबाद थाने में तहरीर दी थी कि वह लोग चार जुलाई की रात उनके दरवाजे पर मय असलहे चढ़ आए और उनकी कनपटी पर असलहा सटा कर कपिलदेव सिंह का साथ छोड़ने का बेजा दबाव बनाने लगे थे। उनका कहना था कि कपिलदेव सिंह डॉ.संतोष यादव समर्थित ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार के विरुद्ध प्रचार कर रहे हैं। आपत्ति पर वह लोग उसे मारे पीटे और पुलिस को सूचना देने पर जान से खत्म कर देने की धमकी तक दिए थे। बाद में फोन पर भी वह सब उसे धमकाते रहे। रविप्रताप की तहरीर पर पुलिस ने एनसीआर दर्ज की। उसमें रविप्रताप ने अपने गांव के ही विशाल यादव उर्फ मोनू, कोतवाली भुड़कुड़ा के गांव बघाई के बालचंद यादव तथा नगीना यादव और हथियाराम गांव निवासी रामकुंवर राजभर को नामजद किया और तीन अज्ञात बताया था।