…और नप गए एसएचओ शादियाबाद, यौन शोषित किशोरी के मामले में लापरवाही का आरोप

गाजीपुर। किशोरी पीड़िता के मामले में लापरवाही के आरोप में एसएचओ शादियाबाद सलिल स्वरूप आदर्श नप गए। पुलिस कप्तान रामबदन सिंह ने गुरुवार को उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। बीते 14 अप्रैल को वह सुहवल से स्थानांतरित होकर एसएचओ शादियाबाद बने थे। निलंबन के बाद फिलहाल शादियाबाद में नए इंचार्ज की तैनाती नहीं हुई है।
कप्तान की ओर से बताया गया है कि शादियाबाद थाना क्षेत्र के मुबारकपुर उचैरी थाना की एक किशोरी को गोरारी गांव का युवक दीपक यादव फोन के जरिये फांसा और शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया। उसकी वादा खिलाफी से तंग आकर किशोरी बीते सोमवार को शादियाबाद थाने पर तहरीर दी। बावजूद एसएचओ सलिल स्वरूप आदर्श ने कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि पंचायत करा कर मामले को रफादफा करने की कोशिश की। उसके लिए पीड़िता को दो दिन तक थाने पर बैठाए रखा गया। आखिर में बुधवार को धारा-376 व 5/6 पाक्सो एक्ट के तहत अभियुक्त दीपक यादव के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई।
बकौल पुलिस कप्तान, एसएचओ का यह कृत्य पुलिस जैसे अनुशासित बल में घोर अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं अकर्मण्यता का द्योतक है। निलंबन की कार्रवाई के साथ ही पूरे प्रकरण की जांच भी कराई जाएगी। जांच की जिम्मेदारी सीओ कासिमाबाद विजय आनंद शाही को सौंपी गई है।