जमीन के विवाद में बड़े भाई को जला दिया जिंदा, छह नामजद सहित सात पर एफआईआर

गाजीपुर। कहते हैं सहोदर रिश्ते में जितना अगाध प्रेम होता है उतनी ही घोर दुश्मनी भी होती है। ऐसी घोर दुश्मनी का एक किस्सा कासिमाबाद थाने के अवराकोल गांव का भी है। आरोप है कि अधेड़ छोटेलाल राम (55) को उनके ही सहोदर छोटे भाई अच्छेलाल और उसके बेटों ने पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जला दिया। घटना रविवार की रात करीब आठ बजे की है।
मृत छोटेलाल के बेटे आशुतोष कुमार बौद्ध की तहरीर पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक छोटेलाल दवा लेकर मऊ से लौट रहे थे। वह घर से करीब दो किलोमीटर पहले सुरवत स्थित कौशिक माहविद्यालय के सामने पहुंचे ही थे कि वहां पहले से घात लगाए अच्छेलाल और उसके बेटे धीरेंद्र प्रताप बौद्ध तथा राघवेंद्र प्रताप बौद्ध वगैरह उन्हें जबरिया रोके और उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिए। उसके बाद वह सभी भाग गए। छोटेलाल ने इसकी सूचना फोन से अपने दूसरे भाई को दी। मौके पर पहुंचे स्वजन छोटेलाल को मऊ जिला अस्पताल ले गए। जहां उन्हें बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में ही उनका दम टूट गया। छोटेलाल के बेटे आशुतोष के मुताबिक उसके छोटे चाचा अच्छेलाल विवादित पैतृक भूखंड पर चहारदीवारी का निर्माण करा रहे थे। उसके लिए उसके पिता उन्हें टोकते हुए मऊ चले गए थे। बल्कि जाते वक्त वह संबंधित अधिकारियों से मिल कर इसकी शिकायत भी कर गए थे। इसी खुन्नस में अच्छेलाल तथा उसके बेटों ने छोटेलाल को जिंदा जला दिया।
एसएचओ कासिमाबाद श्यामजी यादव ने बताया कि फिलहाल नामजद अभियुक्त गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। हालांकि एसएचओ कासिमाबाद परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर घटनाक्रम पर शक भी जताए। उनका कहना है कि आग की लपटों में घिरे किसी व्यक्ति का फोन कर घटना की सूचना देना लगभग असंभव है। फिर छोटेलाल पैतृक भूखंड की फाटबंदी का मुकदमा एसडीएम कोर्ट से हार गए थे और इसकी अपील कमिश्नरी कोर्ट में किए थे। एसएचओ कासिमाबाद ने कहा कि घटना की हकीकत विवेचना में ही सामने आएगी। छोटेलाल के दो छोटे भाई हैं। उनमें नामजद अच्छेलाल सबसे छोटा है।