पूर्व प्रधान का हत्यारोपी पौत्र गिरफ्तार, तमंचा बरामद

गाजीपुर। करंडा थाने के जमुआव गांव में दारू की पियक्कड़ई में यार के ही हाथों गोली से जख्मी युवक संजय दूबे (32) की रविवार की भोर में मौत हो गई। पुलिस हत्यारे यार धीरज सिंह को चोचकपुर टेंपो स्टैंड से सोमवार को धर दबोची।
धीरज सिंह और संजय दूबे गहरे दोस्त थे और दोनों नियमित रूप से अन्य दोस्तों के साथ बैठकी कर जाम टकराते थे। गुरुवार की रात भी उनकी बैठकी हुई थी। उसके बाद हंसी ठिठोली में ही धीरज ने तमंचे से संजय दूबे पर गोली दाग दी थी। संजय को सीएचसी करंडा से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया था। वाराणसी के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था।
ग्रामीणों के अनुसार गोली लगने के बाद भी मौके पर संजय पूरे होश में था और अपने स्वजनों को दिलासा दे रहा था। उसने यह भी बताया था कि गोली मजाक में ही उसे लगी थी। हालांकि संजय दूबे के स्वजनों ने उसी दिन धीरज के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा दी थी।
एसओ करंडा अजय कुमार पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद हुआ है। हत्यारोपी धीरज सिंह जमुआव के पूर्व प्रधान मुननी सिंह का पौत्र है।