कांग्रेस नेत्री कमला दूबे नहीं रहीं

गाजीपुर। कांग्रेस की वरिष्ट नेता कमला दूबे नहीं रहीं। शुक्रवार की सुबह वाराणसी स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका दाह संस्कार वाराणसी के ही मणिकर्णिका घाट पर हुआ। मुखाग्नि उनके पुत्र प्रमोद कुमार दूबे ने दी।
कमला दूबे 85 वर्ष की थीं और काफी जुझारू तथा मुखर नेता थीं। वह अपनी पार्टी के लिए पूरी तरह समर्पित थीं। कांग्रेस के लागातार गिरते जनादेश के वावजूद उनकी आस्था अपनी पार्टी के लिए रंच मात्र भी विचलित नहीं हुईं और पार्टी का झंडा-डंडा लेकर बराबर अग्रिम पंक्ति में खड़ी दिखती थीं। कांग्रेस ने भी उनको काफी सम्मान और कई अवसर दी। वह पार्टी की जिलाध्यक्ष रहीं। प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य रहीं। ऑल इंडिया चावल कमेटी की उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभालीं। मोतीलाल मेमोरियल सोसायटी लखनऊ की सदस्य भी थीं। 1984 के विधानसभा चुनाव में सैदपुर सीट से वह पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार भी बनाया था।
इधर काफी दिनों से कमला दूबे अस्वस्थ चल रहीं थीं। उनके निधन से कांग्रेसीजनों सहित राजनीतिक कार्यकर्ता, समाजसेवी शोकाकुल हैं।