दोबारा विधानसभा में पहुंचने के लिए पलटी मारने के फेर में दो नेता !

गाजीपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर गाजीपुर में एक बड़ी खबर मिल सकती है। दो बड़े नेता पलटी मार सकते हैं। दोनों का मकसद एक ही है। दोबारा विधानसभा में पहुंचना। फर्क यही है कि एक को बड़ी पार्टी से बुलावा मिला है और दूसरे नेताजी अपनी गरज में पाला बदल की तैयारी में हैं।
जहां तक दूसरे नेताजी की बात है तो वर्तमान में जिस पार्टी में हैं, उसकी सदस्यता लिए उन्हें कुछ ही माह बीते हैं। जनाब की इस पार्टी में आने की गरज यही थी कि इसके टिकट पर अपनी सीट से चुनाव लड़ कर फिर विधानसभा में पहुंच जाएंगे लेकिन अब जबकि हर तरफ से नेताजी को अंदाजा मिल गया है कि उस सीट पर विराजमान ‘देवीजी’ का आसन डोलने वाला नहीं है तो वह मायूसी में फिर वहीं लौटने के फेर में हैं जहां से कि आए थे। वैसे कहते हैं न कि किस्मत बिगड़नी होती है तो मति मारी जाती है। उस पार्टी में वह अपनी सीट के प्रचंड दावेदार माने जा रहे थे लेकिन अब उनके सामने सवाल खड़ा है कि पुरानी पार्टी में किसकी अंगुली पकड़ कर जाएं। उस पार्टी में अपने ‘आका’ को बगैर बताए ही वह पलटी मारे थे। लिहाजा किस मुंह से उनके यहां जाएं। खबर है कि नेताजी संगठन के नीचे के पदाधिकारियों का मस्का-पानी लगा रहे हैं।
अब उस नेताजी की चर्चा जिन्हें बड़ी पार्टी ने खुद प्रपोज किया है। जाहिर है कि जब पार्टी ने प्रपोज किया है तो यह उसकी गरज है। गरज कैसी। गरज डैमेज कंट्रोल। ऊपर हुई भगदड़ के बाद पार्टी उस नेताजी की बिरादरी को फिर से अपने पक्ष में गोलियाना चाहती है। नेताजी भले ही भागे नेताओं के फेम के न हों लेकिन गाजीपुर के स्तर पर अपनी बिरादरी में उनकी पकड़ उन बड़े फेम वाले नेताओं से कम नहीं है।
…और अब चर्चा तीसरे नेताजी की
गाजीपुर। यह नेताजी एक सीट पर अपनी पार्टी से उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। शुरू में वह इस भ्रम में थे कि उन्हें अपनी बिरादरी हाथों हाथ लेगी लेकिन बहैसियत पार्टी उम्मीदवार जब बिरादरी के बीच पहुंचे तो उनका वह भ्रम टूट गया। बिरादरी अपने पुट्ठे पर हाथ तक रखने नहीं दे रही है। लाचारी में उन्होंने बिरादरी के वोटरों के बीच अपना टोन बदला है। यही कह रहे हैं कि बिरादरी उनको विधानसभा में भेजेगी तो वहां पहुंकर वह बाबाजी को ही मुख्यमंत्री बनवाएंगे। उम्मीदवार महोदय अपने इस बदले अंदाज पर कितने मुतमइन हैं यह तो वही जानें लेकिन बिरादरी जरूर उनके इस नाटकीय बोल पर चटखारे ले रही है।