फरियादी को पुलिस कर्मियों ने पीटा, घटना जमानियां कोतवाली की

जमानियां (गाजीपुर)। एक ओर योगी सरकार थानों में पीड़ितों को सम्मान देने और उनकी समस्या पर फौरी कार्रवाई पर जोर दे रही है। दूसरी ओर थानों में पीड़ितों की समस्या सुनने के बजाए उल्टे उनके साथ बदसलूकी की जा रही है।
ऐसा ही एक मामला जमानियां कोतवाली में हुआ है। बल्कि मारपीट कर अधेड़ पीड़ित की एक आंख जख्मी कर दी गई। यह शर्मनाक घटना सोमवार की सुबह की है।
हेतिमपुर गांव के रहने वाले बर्तन व्यापारी अलख निरंजन (55) के घर रविवार की रात चोरी हुई। उसकी लिखित शिकायत लेकर वह तड़के कोतवाली पहुंचे। उनकी तहरीर लेकर सुबह दस बजे आने को कहा गया। नीयत वक्त पर वह अपनी पत्नी जीऊती संग दोबारा कोतवाली पहुंचे। फिर उनसे तहरीर मांगी गई। अलख निरंजन ने पहले ही तहरीर देने की बात कही तो पुलिस कर्मी एकदम से उखड़ गए।
अलख निरंजन के मुताबिक अपने संग हुए दुर्व्यहार की शिकायत को लेकर वह एसएचओ के कक्ष में पहुंचे लेकिन एसएचओ ने भी गाली-गलौज कर उनको अपने कक्ष से भगा दिए। एसएचओ कक्ष से बाहर निकलने पर वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मी उन पर पिल पड़े। फिर उनको मुल्जिम की तरह जबरिया कोतवाली में बैठा दिया गया और यह सब उनकी पत्नी के सामने हुआ। गनीमत यही हुई कि उनके गांव के लोग पहुंच गए और दबाव बनने पर उन्हें छोड़ा गया। पुलिस कर्मियों के हमले में उनकी एक आंख में गहरी चोट आई। सीएचसी पर प्राथमिक उपचार के बाद उनको जिला अस्पताल जाने को कहा गया।
अलख निरंजन ने बताया कि उनके साथ कोतवाली में हुआ सारा वाकया वहां की सीसीटीवी में कैद है। उन्होंने बताया कि उनके घर करीब लाखों की संपत्ति चोरी हुई है। उसमें दो लाख की नकदी और जेवर शामिल हैं।
इस सिलसिले में पुलिस कप्तान रामबदन सिंह से रात करीब साढ़े नौ बजे संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि पीड़ित उनके बंगले पर आए थे लेकिन तब वह बाहर थे। उनके फोन करने पर उन्होंने जमानियां कोतवाली लौटकर अपने फोन से एसएचओ जमानियां से बात कराने को कहे लेकिन अब तक पीड़ित ने एसएचओ से बात नहीं कराई है।