दो मासूम बहनों के लिए मौत का सबब बना घटिया निर्माण

गाजीपुर। घटिया निर्माण की कीमत दो मासूम बहनों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। मामला भांवरकोल क्षेत्र के परसदा गांव का है। वह मुद्रिका राम की नतीनी थीं।
दोनों बहनें मनीषा (3) तथा सुनीता (5) अपने ददिहाल अमांव थाना नरहीं बलिया से अपनी मां किरन के साथ ननिहाल परसदा आई थीं। दोनों शौचालय योजना के तहत बने छत रहित आवासीय शौचालय में रविवार की सुबह गईं। एक बहन शौचालय में बैठ गई जबकि दूसरी शौचालय की दीवार पर झूलने लगी। उसी बीच वह दीवार उस बच्ची का भी भार नहीं उठा पाई और भरभरा गिर गई। दोनों बहनें उसके मलबे में दब गईं।
इस हादसे की सूचना मिलने के बाद उनके दादिहाल से आए लोग उन्हें लेकर अपने क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे से परसदा गांव के लोग गमजदा हैं और दोनों मासूम बहनों की मौत को आवासीय शौचालय के घटिया निर्माण का नतीजा मान रहे हैं। शौचालय का निर्माण पूर्व ग्राम प्रधान महातिम राम के कार्यकाल में करीब दो साल पहले हुआ था। निर्माण में मानक के बिल्कुल बिपरीत गंगा बालू का इस्तेमाल हुआ था। यहां तक कि बालू और सीमेंट के अनुपात का भी ख्याल नहीं रखा गया था।
संबंधित अधिकारी इस घटना के प्रति अनभिज्ञता जता रहे हैं जबकि परसदा के ग्रामीण इस मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई चाहते हैं।