सिपाही का कत्ल! दूसरी पत्नी पर शक

गाजीपुर। गंगा पार सुहवल थाने के मेदनीपुर के रहने वाले यूपी पुलिस के सिपाही अखिलेश सिंह (32) की रहस्यमय स्थिति में मौत हो गई। वह मऊ के मधुवन में पीआरवी-112 में तैनात था। उसका शव मऊ में ही भीटी के पास रेलवे ट्रैक पर शुक्रवार की सुबह मिला और पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार के लिए देरशाम मेदनीपुर लाया गया। घरवाले इसे हत्या का मामला मान रहे हैं और इसके लिए उसकी कथित दूसरी पत्नी के परिवारीजनों को जिम्मेदार मान रहे हैं। उधर मऊ पुलिस के हवाले से मीडिया में आई खबर के मुताबिक अखिलेश की जेब से सुसाइड नोट भी मिला। उसमें उसने दूसरी पत्नी के नाजायज संबंधों से आजिज आकर आत्महत्या करने की बात लिखी है।
अखिलेश की पहली पत्नी अपनी दो संतानों को लेकर उन्हें पढ़ाने के लिए गाजीपुर शहर में किराये का मकान लेकर रहती है। उसका खर्च भी अखिलेश संभालता था। वह पीएसी में भर्ती हुआ था लेकिन बाद में अपनी तैनाती सिविल पुलिस में करा लिया था। उसके बाद ही वह मऊ में एक लड़की के संपर्क में आया था और बतौर पत्नी उसके साथ रहने लगा था।
मेदनीपुर में उसके परिवार से जुड़े लोगों की मानी जाए तो कथित दूसरी पत्नी के पिता की जमीन हाईवे में अधिग्रहित हुई थी और उसके एवज में मिले रुपये उन्होंने शहर में जमीन खरीदने के लिए अखिलेश को दे दिए। अखिलेश जमीन खरीदा लेकिन उसकी रजिस्ट्री अपने नाम से करा ली। इसकी जानकारी होने पर दूसरी पत्नी और उसके पिता वगैरह अखिलेश से चिढ़ गए। इस बात को लेकर वह अखिलेश से आए दिन झगड़ा करने लगे। गुरुवार को भी वह झगड़ने लगे थे। सूचना पर पीआरवी-112 मौके पर पहुंची थी।
अखिलेश के घरवालों का कहना है कि उसने खुदकुशी नहीं की बल्कि कथित दूसरी पत्नी और उसके मायके वालों ने हत्या कर आत्म हत्या का रूप देने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। उनका यह भी कहना है कि घटनास्थल के परिस्थिजन्य साक्ष्य भी इस बात की चुगली कर रहे थे। उसके शरीर पर मारपीट के निशान तक थे।
बहरहाल पीएम रिपोर्ट से ही हकीकत सामने आएगी। इसी बीच खबर मिली है कि मऊ पुलिस अखिलेश की कथित दूसरी पत्नी को इलाकाई थाने में बैठाकर पूछताछ कर रही है। इधर घरवालों ने बताया कि किसी ने फोन कर उन्हें कहा कि हत्या का मुकदमा लिखवाने से कुछ नहीं होगा। नामजद साक्ष्य के अभाव में साफ बरी हो जाएंगे। आत्महत्या की ही बात मान लेने में उनकी भलाई रहेगी।