किसान आंदोलन के लिए पूर्वांचल में जमीन तलाशने पहुंचे राकेश टिकैत! बोले-यह अंचल वीरों की धरती

गाजीपुर। किसान आंदोलन के नेतृत्व समूह में शामिल किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत को पूरा अंदाजा है कि आंदोलन को और धार देने के लिए पूर्वांचल की सहभागिता जरूरी है। यह भी कि पूर्वांचल में आंदोलन को खाद-पानी गैर भाजपा दलों से ही मिलेगा। शायद यही वजह है कि वह बुधवार को बलिया के सिकंदरपुर में आयोजित किसान महापंचायत में भाग लेने जाते वक्त कुछ देर के लिए गाजीपुर में भी रुके और मीडिया से मुखातिब हुए।
एक सवाल पर श्री टिकैत साफ कबूले कि पूर्वांचल के उनके इस दौरे का मकसद किसान आंदोलन को और गति देना है। बातचीत के क्रम में एक तरह से वह यह भी माने कि दिल्ली में धरनारत किसानों में पूर्वांचल की अपेक्षित हिस्सेदारी नहीं है। बोले-पूर्वांचल वीरों की धरती है। यहां से कई बड़े आंदोलन हुए हैं। अब वक्त आ गया है कि पूर्वांचल के किसान भी आंदोलन के मुद्दे को समझें। कृषि कानूनों से देश पर पूंजीपतियों पर कब्जा हो जाएगा। उनकी बड़ी-बड़ी कंपनियों की निगाह किसानों की जमीन पर लगी है। एक अन्य सवाल पर वह कहे-यह सही है कि पूर्वांचल के किसान अपेक्षित संख्या में दिल्ली नहीं पहुंच रहे हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि यहां के किसान आंदोलन से नहीं जुड़े हैं। इस अंचल के हर गांव-खेत के किसानों, मजदूरों का आंदोलन से वैचारिक जुड़ाव हो चुका है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन बिल्कुल गैर राजनीतिक है लेकिन देश की मजबूती के लिए विपक्ष का मजबूत रहना जरूरी है। वह भी किसानों के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरेंगे तो उनको भी मजबूती मिलेगी।
सरकार के लिए श्री टिकैत ने दो टूक लहजे में कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते और एमएसपी पर कानून नहीं बन जाता तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। उनका कहना था कि सरकार किसानों से बात कर आंदोलन खत्म कराने के लिए रास्ता निकालने के मूड में नहीं है लेकिन किसान भी लंबी लड़ाई की तैयारी में है। आंदोलित किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता की बात भी बेमानी है। मध्यस्थता करने वाले को कोई निर्णय लेने का अधिकार देने को सरकार तैयार नहीं है।
…तब टिकैत का दौरा सपा प्रायोजित!
राकेश टिकैत पूर्वांचल में किसान आंदोलन के लिए जमीन तलाशने भले खुद दौरे का कार्यक्रम बनाए हों लेकिन इसमें भी संदेह नहीं कि इस कार्यक्रम की सह प्रायोजक समाजवादी पार्टी भी है। श्री टिकैत के दिल्ली से गाजीपुर तक के सफर में न सिर्फ समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह हमसफर रहे बल्कि गाजीपुर में उन्हें मीडिया से मुखातिब कराने का सारा इंतजाम भी ओमप्रकाश सिंह के प्रतिनिधि मन्नू सिंह का ही रहा। हालांकि मीडिया से बातचीत के वक्त पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह श्री टिकैत से दूर रहे लेकिन उस दौरान मन्नू सिंह तथा समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव उनके बगलगीर बनकर बैठे रहे। बल्कि मन्नू सिंह तो किसान यूनियन की हरे रंग की पगड़ी भी बांधे रहे। उनके अलावा बातचीत के दौरान जिला उपाध्यक्ष आमिर अली, डॉ.समीर सिंह आदि प्रमुख नेता भी जमे रहे।