अपनी पूर्व पार्टी बसपा के लिए कुछ नहीं पर भाजपा को भरहिक कोसे पूर्व विधायक कालीचरण राजभर

गाजीपुर। लखनऊ में सपा मुखिया के समक्ष उनकी अगुवाई कबूल कर लौटे पूर्व विधायक कालीचरण राजभर पहली बार बुधवार को जिला कार्यालय समता भवन पहुंचे पूर्व विधायक कालीचरण राजभर का माल्यार्पण कर स्वागत हुआ। उस मौके पर गौर करने की बात यह रही कि वह अपनी पार्टी बसपा के लिए एक शब्द नहीं बोले जबकि भाजपा को खूब कोसे। फिर जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के `महत्वाकांक्षी` नेताओं के निशाने पर आने से भी भरसक बचना चाहे।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सिद्धान्तों और मूल्यों से लैस पार्टी है। इस दल में सभी जाति और धर्म के लोगों का सम्मान है। समाजवादी नीतियों के सहारे ही देश में बेहतरी और खुशहाली लायी जा सकती है। समाजवादी पार्टी में खुद के शामिल होने की वजह बताते हुए कहे कि फासिस्टवादी और साम्प्रदायिक ताकतों को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए समाजवादी पार्टी को ताकत देना ही उनका मुख्य मकसद है। फिर वह भाजपा पर आए। कहे कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों की चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा पूरी तरह से संवेदनहीन है। आज लगातार बढ़ती मंहगाई, गिरती कानून व्यवस्था, बढ़ते भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, निजीकरण के चलते पूरा देश परेशान और त्रस्त है। आन्दोलित किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर है लेकिन भाजपा सरकार इन समस्याओं पर चर्चा न कर केवल हिंदू-मुसलमान, भारत-पाकिस्तान और मंदिर-मस्जिद जैसे भावनात्मक मुद्दों पर बहस कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम कर रही है। उन्होंने भाजपा को पूंजीपतियों का हितैषी बताया।
संभवतः कालीचरण राजभर को यह अंदाजा है कि समाजवादी पार्टी में आने से वह लोग असहजता महसूस कर रहे होंगे, जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में जहूराबाद सीट से टिकट की दावेदारी की है। यही वजह रही कि वह दिलासा देते हुए कहे कि वह समाजवादी पार्टी में टिकट लेने नहीं बल्कि अखिलेश यादव की कार्य प्रणाली से प्रभावित होकर और सेवा भाव लेकर वह आए हैं।
इस मौके पर कालीचरण राजभर के अलावा जखनियां सीट से भाजपा के टिकट पर तीन बार चुनाव लड़ चुके राम दुलार राम एवं समाजवादी युवजन सभा के नवनियुक्त प्रदेश सचिव पंकज राजभर का भी माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। स्वागत समारोह में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने दावा किया कि गाजीपुर की सभी सात विधानसभा सीटों पर पार्टी का परचम फहरेगा और प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनने का रास्ता प्रशस्त होगा। पार्टी में कालीचरण राजभर और रामदुलार राम के आने से गाजीपुर का सियासी माहौल बदला है और विरोधी पार्टियों में बेचैनी देखने को मिल रही है।
स्वागत समारोह में पूर्व जिलाध्यक्ष सुदर्शन यादव, रामवृक्ष यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय यादव, योगेंद्र राय, निजामुद्दीन खां, अशोक बिंद, अरुण कुमार श्रीवास्तव, महेंद्र चौहान,जय हिंद यादव, कमलेश यादव, राजेंद्र यादव, प्रदीप राजभर, हरिनारायण यादव, अमित ठाकुर, तहसीन अहमद, आमिर अली, सदानंद यादव, रविंद्र यादव, चंद्रिका यादव, राम औतार विश्वकर्मा, ओम प्रकाश यादव, मारकंडेय यादव, राजू राजभर, राजकिशोर यादव, सीमा यादव, विभा पाल, रीना यादव, रामदरस यादव, सुरेंद्र यादव, सिकंदर कनौजिया, राकेश यादव, अक्षय यादव, राहुल सिंह, रमेश गुप्त, ओमकार यादव, संदीप यादव, धर्मेंद्र यादव, फिरोज जमाल, राकेश यादव, रामवचन यादव आदि भी उपस्थित थे। संचालन जिला उपाध्यक्ष कन्हैया लाल विश्वकर्मा ने किया।
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