डबल मर्डरः पुलिस अभी जोड़ नहीं पाई कड़ी, युवती के शरीर पर थे बाहरी जख्म के भी निशान

गाजीपुर। खानपुर थाना क्षेत्र के बहुचर्चित प्रेमी युगल हत्याकांड की कड़ी अभी पुलिस जोड़ नहीं पाई है। उसी बीच मंगलवार की रात करीब दस बजे युवती सोनाली सिंह का पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार सैदपुर क्षेत्र स्थित जौहरगंज घाट पर कर दिया गया। एहतियातन वहां काफी संख्या में पुलिस बल तैनात था। मुखाग्नि सोनाली के दादा अवधराज सिंह ने दी।
इधर पुलिस पूरे घटनाक्रम की कड़ी जोड़ने में लगी है। बुधवार को वाराणसी से भी एक फॉरेंसिक टीम युवती सोनाली के घर इचवल पहुंची और गाजीपुर टीम के साथ साक्ष्य एकत्रित करने में जुटी रही। घर के एक कमरे में खून के कुछ धब्बे दिखे। टीम ने परीक्षण के लिए उसे सहेजा। कमरे में फर्श को पूरी तरह धोया गया था। जाहिर है कि साक्ष्य मिटाने की पूरी कोशिश की गई थी।
सीओ सैदपुर राजीव द्विवेदी ने उम्मीद जताई कि 25 फरवरी तक पूरे घटनाक्रम की कड़ियां जुड़ जाएंगी। उन्होंने फिलहाल यह बताने में असमर्थता जताई कि सोनाली और उसके प्रेमी अजय यादव को एक ही जगह गोली मारी गई थी कि अलग-अलग जगह।
सोनाली की पीएम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि उसके सिर में एकदम सटाकर गोली मारी गई थी। गोली आर-पार हो गई थी। उसकी वजह से यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि गोली किस बोर की थी। उसकी एक आंख और गाल पर जख्म के निशान थे। इससे यह साफ है कि गोली मारने से पहले उसे कड़ी यातनाएं भी दी गई थीं।
पता चला है कि विवेचना में यह भी तथ्य सामने आया है कि इस डबल मर्डर का प्लान पहले से ही बनाया गया था और उसमें सोनाली के स्वजनों के अलावा कुछ गैर भी शामिल थे। वह गैर सोनाली के भाई दीपक सिंह उर्फ गोलू के करीबी थे। पुलिस गोलू के अलावा उसके पिता राजेश सिंह सहित मां तथा चचेरे भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है जबकि चाचा तथा एक अन्य चचेरे भाई को पूछताछ कर छोड़ दिया गया है।
मालूम हो कि सोनाली का प्रेमी बभनौली कलॉ गांव थाना खानपुर के अजय यादव सोमवार की सुबह बगल के गांव रामपुर में पानी टंकी के पास लहूलुहान पड़ा मिला था। बाद में बीएचयू ट्रामा सेंटर में उसकी मौत हो गई थी। उसके सिर में भी गोली मारी गई थी। उसका पोस्टमार्टम बीएचयू में हुआ था और दाह संस्कार भी जौहरगंज घाट पर हुआ था जबकि मंगलवार की दोपहर सोनाली का शव उसके घर इचवल के बाड़े में मिला था। अजय यादव यूपी पुलिस में कांस्टेबल था और अमेठी जिले की गौरीगंज कोतवाली में तैनात था। अपनी चचेरी बहन के मांगलिक कार्यक्रम में हिस्सेदारी के लिए 15 दिन की छुट्टी पर आया था।