मुख्तार के धुर विरोधी सुधीर सिंह भाजपा में शामिल

गाजीपुर। मऊ विधायक मुख्तार अंसारी के विरुद्ध योगी सरकार के अभियान का राजनीतिक लाभ भाजपा को किस हद तक मिलेगा। यह तो आगे पता चलेगा लेकिन मुख्तार विरोधियों का ध्रुवीकरण भाजपा के लिए होने लगा है। मुख्तार के धुर विरोधियों में शुमार वाराणसी के सुधीर सिंह गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में पार्टी की ज्वाइनिंग कमेटी के चेयरमैन लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उन्हें सदस्यता दी। उस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह विशेष रूप से मौजूद थे।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सुधीर सिंह ने अपने पहले बयान में कहा कि उन्हें यह सुखद अनुभूति हो रही है कि वह प्रभु श्रीराम की पार्टी में आ गए हैं। अखिलेश यादव की चप्पल उठाने से अच्छा है कि वह प्रभु श्रीराम का खड़ाऊं उठाएं। अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण और काशी में विश्वनाथ धाम के भव्य निर्माण के शुभारंभ के साथ ही माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई से यह साबित हो गया है कि भाजपा से श्रेष्ठ दूजी कोई पार्टी नहीं है।
झारखंड के धनबाद के पूर्व विधायक स्व. सूर्यदेव सिंह के करीबी रिश्तेदार सुधीर सिंह भाजपा में आने से पहले सपा और शिवपाल यादव की अगुवाई वाली पार्टी प्रसपा में रहे हैं। वह सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर बराबर मुखर हैं। माफिया विरोधी मंच बनाकर माफियाओं का हर स्तर से विरोध कर प्रायः सुर्खियों में रहते हैं। विधानसभा में मुख्तार अंसारी की लगातार गैरहाजिरी का मुद्दा उठाकर उनकी सदस्यता खारिज करने की सुधीर सिंह की याचिका स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित के पास आज भी लंबित है। फिर सुधीर सिंह निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली के विरोध में भी आंदोलनरत हैं। काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन चला कर वह जेल यात्रा भी कर चुके हैं।