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एक्जीट पोल से इत्तेफाक नहीं रखते सांसद अफजाल

गाजीपुर। लगभग सभी प्रमुख सर्वे एजेंसियों के एक्जीट पोल से गाजीपुर के बसपा सांसद अफजाल अंसारी इत्तेफाक नहीं रखते। वह कहते हैं कि खबरिया चैनलों में सर्वे एजेंसियों के आए एक्जीट पोल उनके जैसे लोगों के लिए समझ से परे है।

अपनी इस बात को पोख्ता करने के लिए तर्क की अपनी खुद की कसौटी पर कसते हुए कहा कि खबरिया चैनलों पर एक्जीट पोल अंतिम चरण का मतदान खत्म होने के बाद ही शुरू हो गया। मतलब कि अंतिम चरण के मतदान के रुझान को सतही स्तर पर परखा गया। फिर तीसरे चरण के मतदान के ऐन पहले राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख का यह बयान आया कि सभी स्वंय सेवक चुनाव अभियान में पूरे मनोयोग से जुटें। मतलब साफ था कि उसके पहले के दो चरण के मतदान में भाजपा पिछड़ चुकी थी। तब यह भी कि तीसरे चरण के मतदान के अभियान में स्वंय सेवकों को जुटने का पूरा मौका नहीं मिला। फिर यह कैसे मान लिया जाए कि भाजपा पांचवें, छठवें और सातवें चरण के मतदान में खुद को उतना मजबूत स्थिति में ला दी कि वह प्रचंड बहुमत हासिल कर लेगी।

अफजाल ने कहा कि यह ठीक है कि जम्हूरियत वाले मुल्कों में मतदान के बाद एक्जीट पोल की परंपरा सी बन गई है हिंदुस्तान में एक्जीट पोल हकीकत से बहुत दूर रहने का भी उदाहरण है। हालिया उदाहरण पश्चिम बंगाल का है। एक्जीट पोल ममता बनर्जी की सत्ता से बेदखली और भाजपा को सत्तानसी करते रहे लेकिन जब नतीजा आया तो ममता बनर्जी अपनी जगह पर थीं और भाजपा सत्ता से कोसों दूर पहुंच चुकी थी। एक सवाल पर उन्होंने कबूला कि शुरू के छह चरणों की तरह आखिरी सातवें चरण के मतदान का भी रुझान सपा गठबंधन के पक्ष में गया है।

…और मुहम्मदाबाद, जमानियां में भी भाजपा की हार तय

गाजीपुर में चुनाव नतीजे के मामले में सांसद अफजाल अंसारी के पूर्वानुमान को लगभग सटीक माना जाता है। इस आधार पर इस प्रतिनिधि ने उन्हें गाजीपुर की सभी सात सीटों पर भी टटोला। वह बताए कि अव्वल तो गाजीपुर का चार सीटों पर सपा गठबंधन से विरोधी लड़े हैं। बल्कि इनमें माना जाए तो मुहम्मदाबाद तथा जमानियां में भाजपा हार चुकी है। मालूम हो कि मुहम्मदाबाद अफजाल अंसारी का गृह विधानसभा क्षेत्र है। लिहाजा वहां के नतीजे के बाबत उन्होंने बताया कि सपा गठबंधन एक लाख वोट से ऊपर पहुंच चुका है जबकि भाजपा करीब 75 हजार में ही सिमट कर रह गई है। जहूराबाद के सवाल पर वह बताए कि वहां भी विरोधियों की तगड़ी घेरेबंदी के बावजूद सपा गठबंधन आगे निकल गया है। हां! सदर सीट पर सपा गठबंधन का भाजपा से करीबी मुकाबला हुआ है। कमोबेश यही स्थिति जखनियां में है। जंगीपुर में भी सपा गठबंधन ऊपर है। खुद की पार्टी बसपा के सवाल पर अफजाल अंसारी ने कहा कि जमानियां, जखनियां तथा जहूराबाद में बसपा मुकाबले को तिकोना बनाने की पूरी कोशिश की है।

यह भी पढ़ें–मतदान के घटने का मतलब…

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