मुख्तार के करीबी सहित छह के असलहों के लाइसेंस निलंबित

गाजीपुर। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पेक्ष तरीके से संपादित कराने को लेकर प्रशासन किसी के साथ कोई मुरौव्वत देने के मूड में नहीं है। इसी क्रम में मुख्तार अंसारी के अलावा भाजपा एमएलसी की पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति सहित कुल छह लोगों के असलहों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
डीएम एमपी सिंह की इस कार्रवाई की जद में आए सभी लाइसेंस धारक करंडा ब्लॉक के रहने वाले हैं। प्रशासन की ओर से जारी इस सूची में चोचकपुर पेट्रोलपंप के मालिक कैलाश सिंह के बेटे अखिलेश सिंह का नाम सबसे ऊपर है जबकि दूसरे नंबर पर मैनपुर के शशिपाल सिंह उर्फ घुरा का नाम अंकित है। घुरा सिंह इन दिनों भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल के बेहद करीब माने जाते हैं। इनकी पत्नी धरमशिला सिंह सदर ब्लॉक की प्रमुख भी रह चुकी हैं। फिर मेहरौली के पूर्व प्रधान जयराम गोंड का लाइसेंस है। इनके अलावा बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी और बड़हरिया गांव निवासी रमेश यादव सहित रसूलपुर के रामबली यादव तथा छपरा गांव के अनिल कुमार का असलहा लाइसेंस भी निलंबित हुआ है।
जहां रमेश यादव के लाइसेंस निलंबन की बात है तो उसे मुख्तार अंसारी और उनके लोगों पर योगी सरकार की टेढ़ी नजर से जोड़ा जा रहा है। वह पिछले पंचायत चुनाव में मुख्तार अंसारी की अगुवाई वाले कौमी एकता दल के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़े थे। रही बात भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल के करीबी शशिपाल सिंह उर्फ घुरा के असलहे के लाइसेंस निलंबन की तो खुद उनका कहना है कि उनके नाम कुल तीन असलहों के लाइसेंस बने थे लेकिन सरकार के निर्देश पर एक व्यक्ति को अधिकतम दो ही असलहे रखने हैं। लिहाजा उन्होंने बंदूक का लाइसेंस खुद सरेंडर कर दिया है।
इसी क्रम में प्रशासन ने विभिन्न थाना क्षेत्रों के कुल 36 लोगों को गुंडा एक्ट में निरुद्ध करते हुए कुल 36 लोगों को जिला बदर किया है। इनमें सर्वाधिक सात मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के हैं।