सपा नेता से पारिवारिक ताल्लुकात पर मंच साझा भाजपा विधायक संग

गाजीपुर। जैसे राजनीतिकों के लिए अवसर के मामले में दलीय आस्था, निष्ठा बेमानी हो जाती है। वैसे ही कारोबारी अपने तत्कालिक मुनाफे को लेकर व्यक्ति विशेष के लिए अपने समर्पण को भी एकबारगी छोड़ने से परहेज नहीं कर सकते हैं।
बीते दो अप्रैल को अपनी संस्थापक सरोज सिंह की चौथी पुण्य तिथि पर गहमर में त्रैयमासिक पत्रिका साहित्य सरोज परिवार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। कार्यक्रम में भाजपा विधायक सुनीता सिंह मुख्य अतिथि थीं जबकि विशिष्ट अतिथि के रुप में सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल गाजीपुर की एमडी डॉ. अनुपमा सिंह उपस्थित थीं। इन दोनों ‘देवियों’ की एक मंच की साझेदारी आयोजकों के लिए भले शिष्टाचार और सामान्य बात रही हो लेकिन राजनीतिक हलके के लिए यह जरूर चौंकाने वाली रही।
राजनीतिक हलके में यह सभी को पता है कि डॉ. अनुपमा सिंह के सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह से पारिवारिक संबंध हैं। इस संबंध की गहराई का अंदाजा अप्रैल 2015 में तब मिला था जब एक युवक की मौत को लेकर सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल में आगजनी, तोड़फोड़ के साथ ही उग्र ग्रामीणों और पुलिस में मुठभेड़ हुई थी। उस मामले में ह़ॉस्पिटल की एमडी डॉ. अनुपमा सिंह तथा उनके पति डॉ. राजेश सिंह के विरुद्ध एफआईआर तक हुई थी। बावजूद डॉक्टर दंपती के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी और आखिर में मामला रफा दफा कर दिया गया था। तब उसके लिए सपा नेता ओमप्रकाश सिंह से डॉक्टर दंपती के पारिवारिक रिश्ते को ही जोड़ा गया था। उस वक्त ओमप्रकाश सिंह प्रदेश सरकार के मंत्री भी थे।
बावजूद ओमप्रकाश सिंह की धुर विरोधी विधायक सुनीता सिंह संग डॉ. अनुपमा सिंह की मंच साझेदारी की बात राजनीतिक हलके में उठना जरूर चौंकाने वाली कही जा सकती है। हालांकि कारोबारी नजरिया रखने वाले इस बात को वक्त का तकाजा मान रहे हैं। मालूम हो कि सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल आईसीयू में एक महिला रोगी के साथ कथित छेड़छाड़ की घटना को लेकर फिर से सुर्खियों में है। बल्कि हॉस्पिटल की एमडी के पति डॉ. राजेश सिंह पर एफआईआर तक हो चुकी है। जाहिर है कि डॉक्टर दंपती को एक बार फिर राजनीतिक संरक्षण की गरज है और सुनीता सिंह सत्ताधारी पार्टी की विधायक हैं।