भाजपा पर कुछ ज्यादा ही खफा है कायस्थ समाज

गाजीपुर। सत्ताधारी पार्टी भाजपा के उपेक्षापूर्ण रवैये से कायस्थ समाज बेहद खफा है। समाज की यह नाराजगी शनिवार को गांधी और लालबहादुर शास्त्री जयंती पर प्रकट भी हुई।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में सम्मान यात्रा निकली। यह यात्रा शास्त्री नगर तिराहा स्थित लालबहादुर शास्त्री प्रतिमा पर माल्यार्पण से शुरू होकर आमघाट सहकारी कॉलोनी के गांधी पार्क में गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ समाप्त हुई।
सम्मान यात्रा में कायस्थ एकता जिंदाबाद, जो कायस्थ हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा, लोक नायक जयप्रकाश का खानदान, नहीं सहेगा अपना अपमान, रविशंकर प्रसाद की मंत्रिमंडल में वापसी करो, कायस्थ समाज की उपेक्षा बंद करो आदि नारे लग रहे थे। यात्रा में शामिल लोग अपने समाज के महापुरुषों के फोटो सहित नारे वाले बैनर और संगठन के झंडे लहरा रहे थे।
यात्रा के समापन पर हुई सभा में महासभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव ने भाजपा का नाम न लेते हुए कहा कि दूसरे दल कायस्थ समाज को भाजपा का परंपरागत वोटर मानते हैं और यही वजह है कि वह दूसरे दल कायस्थ समाज को अहमियत नहीं देते जबकि भाजपा कायस्थ समाज की घोर उपेक्षा कर रही है। बीते लोकसभा और मेयर के चुनाव में कायस्थ समाज को पार्टी में टिकट देने के जरूरत नहीं समझी। राज्यसभा तथा विधान परिषद में भी समाज को प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया गया न किसी प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया। सभा में मौजूद ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुरेशचंद्र श्रीवास्तव ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि कायस्थ समाज की अनदेखी उसे काफी महंगी साबित होगी। सभा में महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ समाज का इतिहास शुरू से गौरवशाली रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन तथा संपूर्ण क्रांति आंदोलन में कायस्थ समाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक बार फिर वक्त आ गया है कि कायस्थ समाज अपनी चुप्पी तोड़े और अपने हक के लिए सड़क पर उतर कर संघर्ष करे। समाज की उदारता, सहनशीलता को राजनीतिक दल कमजोरी मान बैठे हैं। लेकिन समाज अब चुप नहीं बैठेगा।
सम्मान यात्रा और सभा में पप्पू लाल श्रीवास्तव, चित्रगुप्त वंशीय सभा के सचिव अजय श्रीवास्तव, राजेंद्र अस्थाना, पंकज श्रीवास्तव, कृष्ण कन्हैया श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, शैल श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, अश्वनी कुमार श्रीवास्तव, संजय कुमार श्रीवास्तव, अमर नाथ श्रीवास्तव, विवेक कुमार श्रीवास्तव आदि शामिल थे।