डीएम के आगे दिखाई ढिठाई, अपनी कुर्सी गंवाई

गाजीपुर। एक ग्राम पंचायत अधिकारी ने ऐसी ढिठाई कर दी कि उसे सस्पेंड करने के लिए डीएम हुजूर को फरमान देना पड़ा।
बीते 13 सितंबर को राइफल क्लब में डीएम एमपी सिंह ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उस बैठक में सभी बीडीओ, एडीओ पंचायत बुलाए गए थे। उसी बीच सादात ब्लॉक का ग्राम पंचायत अधिकारी अनिल यादव भी पहुंचा। डीएम उसे देखते ही एकदम से भड़क गए।
दरअसल अनिल यादव कुछ दिन पहले तक बाराचवर का प्रभारी एडीओ पंचायत था लेकिन बाराचवर ब्लॉक की असावर ग्राम पंचायत में लाखों के हुए घपले में भूमिका की संदिग्धता पर उसे मूल पद के साथ सादात ब्लॉक स्थानांतरित कर दिया गया था। असावर का वह मामला इतना तूल पकड़ लिया था कि खुद डीएम को हाईकोर्ट ने तलब कर लिया था। उसी क्रम में असावर के ग्राम पंचायत अधिकारी शिशिर सिंह के विरुद्ध करीमुद्दीनपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और बाराचवर ब्लॉक मुख्यालय के तत्कालीन सूचना-शिकायत पटल के लिपिक कृष्णानंद पांडेय को निलंबित कर दिया गया था।
उसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी अनिल यादव बाराचव ब्लॉक के एडीओ पंचायत का प्रभार बगैर सौंपे सादात ब्लॉक में ज्वाइन भी कर लिया। बावजूद उस दिन राइफल क्लब में हो रही डीएम की बैठक में वह बहैसियत प्रभारी एडीओ पंचायत बाराचवर पहुंच गया था। पूछने पर डीएम को बताया कि उसे सादात ब्लॉक के लिए हुए अपने स्थानांतरण की अधिकृत सूचना नहीं मिली है। लिहाजा उसके पास अभी तक बाराचवर के एडीओ पंचायत का प्रभार है। उसके इस जवाब के बाद डीएम ने सादात बीडीओ से जानकारी ली। पता चला कि उसने सादात ब्लॉक पहुंच कर अपनी ज्वाइनिंग भी कर ली है और उधर बाराचवर ब्लॉक में एडीओ पंचायत का प्रभार उपेंद्र यादव को सौंपा जा चुका है। फिर क्या था। डीएम एकदम से आग बबूला हो गए और अनिल यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए बैठक में मौजूद डीपीआरओ को आदेश सुना दिए।
ग्राम पंचायत अधिकारी अनिल यादव की इस ढिठाई की चर्चा विभाग में आज भी हो रही है।