दादी-पौत्री जिंदा जलीं, घटना रेवतीपुर थानाक्षेत्र की

गाजीपुर। अगलगी में दादी-पौत्री सहित चार बकरियां जिंदा जल गईं जबकि चार रिहायशी झोपड़ियां और उनमें रखी कुल 30 हजार नकदी और गृहस्थी के सारे सामान खाक हो गए। यह हृदय विदारक घटना बुधवार की शाम करीब दो बजे रेवतीपुर थाने के साधोपुर उर्फ रामपुर गांव में हुई। आग कैसे लगी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है। मौके पर एसओ रेवतीपुर राजेश बहादुर सबसे पहले सदलबल पहुंचे। सीओ जमानियां हितेंद्र कृष्ण भी पहुंच गए थे। फायरब्रिगेड ने किसी तरह आग पर काबू पाया।
आग सबसे पहले राजेश यादव की रिहायशी झोपड़ी में लगी। तब राजेश की पुत्री संध्या (6) तथा मां सोमारी देवी (55) झोपड़ी में सो रही थीं। सोमारी की आग पर नजर पड़ी। वह भागकर बाहर निकल कर शोर मचाने लगीं। फिर उन्हें ख्याल आया कि पौत्री संध्या अंदर ही रह गई है। वह उसे बचाने के लिए दोबारा अंदर चली गईं।
कुछ ही देर में आग की लपटें अगल-बगल की प्रभावती देवी पति कपिलदेव राम, राकेश उर्फ राजा राम पुत्र कपिलदेव राम की झोपड़ियों को भी अपनी जद में ले लीं। जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक दादी-पौत्री जिंदा जल चुकी थीं। हलका लेखपाल बृजेश यादव भी मौके पर पहुंचे और क्षति का आकलन किए। गांव के ही पूर्व फौजी विनोद गुप्त ने पीड़ित परिवारों को छज्जा के लिए अपनी ओर से टीन शेड उपलब्ध कराया।