गंगा: बढ़ रही गंगा, सहम रहे तटवर्ती

गाजीपुर। गंगा में बढ़ाव लगातार जारी है और इस विकट स्थिति से कम से कम अगले चार दिनों तक राहत मिलने की कोई गुंजाइश दिख नहीं रही है।
केंद्रीय जल आयोग की गाजीपुर यूनिट के मुताबिक खतरे के निशान (63.105) से ऊपर जा चुका जलस्तर शनिवार की शाम करीब सात बजे तक 63.500 मीटर पर पहुंच चुका था। बढ़ाव की रफ्तार प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर थी।
उधर बाढ़ (सिंचाई) विभाग के एक्सईएन आरपी चौधरी ने बताया कि ऊपर काफी पानी है। लिहाजा गाजीपुर में जल्द घटाव शुरू होने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने फिर दोहराया कि जिस मात्रा में और जिस रफ्तार से पानी ऊपर से आ रहा है, उसके मीटर गेज पर ऊपर उठने की रफ्तार भले कम दर्ज हो रही है लेकिन उसके फैलाव का दायरा लगातार बढ़ता जाएगा। बावजूद जलस्तर 65 मीटर तक जा सकता है। पानी के पसरने से तटवर्ती गांवों के खेतों में खड़ी फसल में पानी पहुंचने लगा है। ग्रामीण पानी के इस फैलाव से सहम उठे हैं। उधर गाजीपुर-बलिया हाइवे के कठवा मोड़ का अस्थाई पुल पानी में डूब गया है। उधर से आवागमन पूरी तरह रुक गया है। डीएम एमपी सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ ही कंट्रोल रूम का नंबर 0548-2226001 तथा 2226100 जारी करते हुए कहा है कि इन नंबरों पर कॉल कर किसी भी तरह की सूचना और सहायता प्राप्त की जा सकती है।
ड्रोन से होगा कटान स्थल का सर्वे
गंगा में तेज बढ़ाव से अलर्ट प्रशासन अब कटान को लेकर भी तत्पर हो गया है। फिलहाल मुहम्मदाबाद तहसील के शेरपुर-सेमरा में कटान शुरू है। शनिवार को एडीएम राजेश सिंह की अगुवाई में इंजीनियरों की टीम कटान स्थल पर पहुंच कर घंटों जायजा ली। टीम में एसडीएम मुहम्मदाबाद राजेश गुप्त के अलावा बाढ़ (सिंचाई) विभाग के एसई सूर्यनारायण शर्मा तथा एक्सईएन आरपी चौधरी वगैरह थे। मौके से जिला मुख्यालय पर लौटे इं. चौधरी ने ‘आजकल समाचार’ से बातचीत में बताया कि एक-दो दिन में शेरपुर-सेमरा के कटान स्थलों पर करीब चार किलोमीटर तक ड्रोन सर्वे कराया जाएगा। उसके बाद कटान रोकने के लिए ड्रेजिंग का प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। एक सवाल पर उन्होंने माना कि फिलहाल कटान रोकने का कोई विकल्प नहीं है।