गंगा: बाढ़ का खतरा बरकरार, घाटों की सीढ़ियों पर चढ़ा पानी

गाजीपुर। गंगा और उफान पर हो गई हैं। जलस्तर तेजी से ऊपर चढ़ने लगा है। आने वाले चार-पांच दिनों में घटाव के संकेत नहीं मिल रहे हैं। ऊपर वाराणसी और प्रयागराज में भी बढ़ाव जारी है।
केंद्रीय जल आयोग की गाजीपुर यूनिट के मुताबिक सोमवार की रात आठ बजे जलस्तर 60.300 मीटर नापा गया। खतरा का निशान 63.105 मीटर है। बढ़ाव की रफ्तार दोपहर में प्रतिघंटा 12 सेंटीमीटर थी लेकिन दिन ढलते-ढलते यह रफ्तार घटकर प्रतिघंटा दस सेंटीमीटर पर आ गई। शहर के घाटों की सीढ़ियों पर पानी चढ़ने लगा है। ग्रामीण इलाकों के तटवर्ती कोल, नालों में पानी भर गया है।
बाढ़ (सिंचाई) विभाग के एक्सईएएन आरके चौधरी ने बताया कि पिछले सप्ताह हथनी कुंड बैराज (हरियाणा) से क्रमवार छोड़ा गया कुल 2.30 लाख क्यूसेक पानी यमुना के रास्ते अभी गंगा में नहीं पहुंचा है। जाहिर है कि वह पानी आने के बाद गंगा में बढ़ाव और तेज होगा। हालांकि गनीमत यही है कि गंगा का पानी नीचे तेजी के साथ खिसक रहा है। बावजूद चार-पांच दिनों तक बढ़ाव का क्रम जारी रहेगा।
गंगा में इस बढ़ाव को लेकर तटवर्ती इलाकों के लोगों के दिल भी धड़कने लगे हैं। वह एहतियातन सुरक्षित स्थानों की तलाश शुरू कर दिए हैं। खेत में खड़ी फसल को लेकर भी वह चिंतित हैं।