गंगाः रुक गया बढ़ाव, अब बारी घटाव की

गाजीपुर। गंगा तटीय लोगों को सुकून देने वाली सूचना है। गंगा का बढ़ाव रुक गया है और अब उसमें घटाव की बारी आ गई है।
सिंचाई/बाढ़ विभाग के एक्सईएन आरके चौधरी ने बताया कि मंगलवार की सुबह से ही गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है। जिला मुख्यालय पर सुबह जलस्तर 64.380 मीटर था और देर शाम भी इतना ही रहा। इं.चौधरी ने कहा कि अब गंगा में बाढ़ का खतरा लगभग पूरी तरह टल चुका है। ऊपर प्रयागराज में सुबह यमुना प्रतिघंटा साढ़े तीन सेंटीमीटर और गंगा प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर की रफ्तार से घट रही थी। उस हिसाब से गाजीपुर में भी गंगा में रात गए तक घटाव शुरू हो जाएगा। एक सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल ऊपर से पानी की आवक की कोई गुंजाइश नहीं है। अगर इस बीच ऊपर भारी बारिश हुई तभी दोबारा गाजीपुर में बाढ़ की संभावना बन सकती है।
इसीबीच डीएम एमपी सिंह मोटरबोट से रेवतीपुर ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित उधरनपुर, कल्याण चक गांव का स्थलीय निरीक्षण किए और पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री वितरित किए। उस मौके पर उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी। डीएम ने लेखपाल, ग्राम प्रधान एवं सचिवों को आदेशित किया कि वह बाढ़ जनित समस्याओं को तत्काल प्रभाव से प्रशासन को अवगत कराएं।
डीएम ने अपनी मौजूदगी में बाढ़ पीड़ित 160 परिवारों को बतौर राहत सामग्री में दस किलो आटा, दस किलो आलू, दस किलो चावल, 05 किलो लाई, 02 किलो अरहर दाल, 02 किलो भुना चना, एक लीटर रीफाईन, 250-250 ग्राम हल्दी, धनिया, मिर्च, सब्जी मसाला, एक पैकेट नमक, एक किलो गुड़, एक पैकेट मोमबत्ती, दस पैकेट बिस्कुट, एक पैकेट माचीस तथा दो नग साबुन वितरित कराया।
साथ ही डीएम ने बाढ़ पीड़ितों के लिए रात के पहर प्रकाश व्यवस्था और पशुओं के लिए चारा, पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा।