बाढ़ः इंजीनियरों के अनुमान को धता बताईं गंगा, अब शायद टूटे पिछले साल का भी रिकार्ड

गाजीपुर। गंगा अब नरम पड़ गई लगती हैं। बाढ़ विभाग के इंजीनियरों के अनुमानों को उलटते हुए पानी का बढ़ाव अब लगभग थमता दिख रहा है। उम्मीद है कि 30 अगस्त को गाजीपुर में गंगा में बढ़ाव रुक जाएगा।
जिला मुख्यालय पर सोमवार की देर शाम गंगा का जल स्तर 64.310 मीटर और बढ़ाव की रफ्तार प्रति घंटा आधा सेंटीमीटर रिकार्ड हुआ। बाढ़ विभाग के एक्सईएन आरके चौधरी ने बताया कि ऊपर प्रयागराज में गंगा और यमुना के स्थिर होने की सूचना है। उस दशा में अंदाजा है कि एक दिन बाद गाजीपुर में भी गंगा स्थिर हो जाएंगी।
एक सवाल पर इं.चौधरी ने बताया कि राजस्थान के धौलपुर के कोटा बैराज से छोड़ा गया पानी गंगा में वाराणसी तक आ गया है। यही वजह है कि वाराणसी में भी गंगा बढ़ रही हैं। हालांकि वहां भी रफ्तार अपेक्षाकृत कम है। उनका कहना था कि कोटा बैराज के छोड़े गए पानी से अनुमान लगाया गया था कि इस बार गंगा का बाढ़ 1978 के रिकार्ड को छू लेगा मगर नीचे घाघरा, सोन और गंटक के खाली होने से ऊपर से आ रहा पानी तेजी से खिसक रहा है। यह सुकून की बात है और हैरानी नहीं कि गाजीपुर में गंगा पिछले साल के अपने बाढ़ के रिकार्ड 64.680 मीटर तक भी शायद पहुंच पाएं।