सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने भाजपा को वोट देने की बात एलानिया कबूली

गाजीपुर। जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में अपनी पार्टी को मिली करारी हार की टीस भले समाजवादियों को सता रही है लेकिन इस चुनाव में वोटर रहे पार्टी से जुड़े नेताओं को कोई मलाल नहीं है। बल्कि पार्टी की प्रतिद्वंद्वी भाजपा को वोट देने की बात को एलानिया कबूलने से भी उन्हें कोई परहेज नहीं हो रहा है।
पार्टी की जमानियां विधानसभा क्षेत्र इकाई की सोमवार को हुई मासिक बैठक में पार्टी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दयाशंकर यादव ने डंके की चोट पर कहा कि चेयरमैन चुनाव में उनकी पुत्रवधी का वोट भाजपा को पड़ा। दयाशंकर यादव की पुत्रवधू प्रियंका यादव जमानियां तृतीय सीट से जिला पंचायत की सदस्य चुनी गई हैं।
मजे की बात यह रही कि बैठक में दयाशंकर यादव अपने भाषण की शुरुआत में विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी को मजबूत करने के लिए खूब लफ्फाज निकाले। आखिर में जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव पर आए। भाजपा को वोट करने की बात कबूलते हुए वह इसका कारण बताए। यही कि जिला पंचायत सदस्य चुनाव में उनकी पुत्रवधू सपा के वोट से नहीं जीती थीं। बल्कि भाजपा के लोगों ने उनको जीत दिलाई थी। सपा समर्थक बाहुल्य गांवों के अपेक्षाकृत भाजपा समर्थक बाहुल्य गांवों से पुत्रवधू को जीत के वोट मिले थे। उस दशा में नैतिक जिम्मेदारी थी कि वह चेयरमैन चुनाव में भाजपा को वोट करें।
मालूम हो कि दयाशंकर यादव की पुत्रवधू प्रियंका यादव जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरी थीं। दयाशंकर यादव पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के बेहद करीबी माने जाते हैं। हालांकि चेयरमैन चुनाव से पहले ही जिला कार्यालय लोहिया भवन में हुई बैठक में ही उन्होंने पार्टी की उम्मीदवार कुसुमलता यादव के नाम पर एतराज जताते हुए उन्हें वोट न देने की बात कही थी लेकिन दबाव में कुछ ही देर बाद खेद जताते हुए अपनी वह बात वापस भी ले लिए थे।
वैसे दयाशंकर यादव को करीब से जानने वाले समाजवादी पार्टी के लोगों की मानी जाए तो मौके पर पार्टी लाइन के विपरीत जाने में वह थोड़ा भी हिचकते नहीं हैं। पार्टी उनको दोबारा साल 2010 के पंचायत चुनाव में जमानियां ब्लॉक प्रमुख पद पर लड़ाना चाहती थी लेकिन वह बाहुबली एमएलसी बृजेश सिंह के साले बलवंत सिंह को निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनवाने के लिए चुनाव मैदान से खुद को दूर कर लिए थे।
अब जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में भाजपा को अपनी पुत्रवधू के वोट करने के सरेआम कबूलनामे पर समाजवादी पार्टी का नेतृत्व दयाशंकर यादव पर क्या कोई कार्रवाई करेगा। पार्टी कार्यकर्ताओं में यह सवाल उठ रहा है लेकिन कुछ कार्यकर्ताओं का मानना है कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। वजह उनके सिर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह का हाथ जो है। बहरहाल, दयाशंकर यादव के उस एलानिया कबूलनामे की ऑडियो क्लिप कार्यकर्ताओं में वायरल हो रही है और कई ने उसे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तक पहुंचा भी दिया है।
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