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होटल मधुर तरंग के मालिकान परिवार पर एफआईआर, दहेज हत्या का आरोप

गाजीपुर। शहर के स्टेशन रोड स्थित होटल मधुर तरंग के मालिक उदय प्रताप जायसलवाल तथा उनकी पत्नी सुधा जायसवाल और दोनों बेटे आशुतोष तथा अश्वनी दहेज हत्या में फंस गए हैं। इनके विरुद्ध शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई है।

मालूम हो कि आशुतोष की पत्नी आशा शनिवार की देर शाम भुतहिया टांड़ प्रकाशनगर स्थित घर में रहस्यमय स्थिति में फांसी के फंदे पर लटकती मिली थी। आशा के भाई बबलू जायसलवाल की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप है कि यह सरासर हत्या का मामला है और ससुर, सास, देवर तथा पति ने इस घटना को अंजाम दिया। शहर कोतवाल विमल मिश्र ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में हकीकत सामने आएगी। फिलहाल मृतका के पति आशुतोष जायसवाल को हिरासत में लिया गया है।

मृत आशा जायसवाल (32) का मायका मूलतः बिरनो थाने के भड़सर गांव में था मगर मायका परिवार नई दिल्ली के जनबगढ़ इलाके में रहता है। आशा की शादी 27 नवम्बर 2012 को हुई थी। शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा था। उसी बीच वह दो संतानों की मां भी बन गई। बावजूद दहेज लोभी ससुरालियों के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया। आखिर में तंग आकर आशा ने पिछले साल दो अप्रैल को शहर कोतवाली में ससुर, सास, पति तथा देवर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप लगाई थी कि घर के बेसमेंट में 15 दिनों तक उसको बंद रखा गया। कई दिनों तक उसे भूखे भी रखा गया। उसने अपनी हत्या की आशंका भी जताई थी। उसके बाद पिछले साल ही आशा 20 जून को एसपी से मिलकर अपने बच्चों से मिलने के लिए गुहार भी लगाई थी।

इधर करीब चार माह पूर्व उसका पति विवाहिता को उसके मायके से यह कह कर लेकर आया कि अब उसके साथ ससुराल में प्रताड़ित नहीं किया जाएगा लेकिन आखिर में आशा रहस्यमय स्थिति में कमरे में फांसी के फंदे पर लटकती मिली। मायके वालों का यह भी कहना है कि आशा का पति दूसरी शादी कर चुका है। आशा से मुक्ति के लिए दहेज के बहाने उसे प्रताड़ित किया जाता था।

यह भी पढ़ें–अरे! प्रेमी तो निकला दहेज लोभी

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