जिला पंचायतः सपा उम्मीदवार के प्रस्तावक कमलेश यादव गिरफ्तार

गाजीपुर। जिला पंचायत चुनाव में सपा उम्मीदवार कुसुमलता यादव के प्रस्तावक कमलेश यादव‘राय साहब’को खानपुर पुलिस गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर ली। यह गिरफ्तारी सिधौना-बिहारीगंज स्थित बूढ़ीपुर चौराहा से हुई। कमलेश उसी क्षेत्र के इशोपुर के रहने वाले हैं और जिला पंचायत की सैदपुर चतुर्थ सीट से सदस्य चुने गए हैं।
हालांकि पुलिस कमलेश यादव की गिरफ्तारी को कानून सम्मत बता रही है। पुलिस का कहना है कि बीते चार जून को बहरियाबाद थाने के वृंदावन के दिवंगत फौजी अभिषेक यादव का पार्थिव शरीर सिधौना बाजार में हाइवे पर रख कर हुए घंटो उपद्रव के मामले में यह गिरफ्तारी हुई है। कमलेश यादव उस मामले में वांछित थे। गिरफ्तारी के लिए पहले उनके घर दबिश डाली गई लेकिन वह नहीं मिले। आखिर में वह बूढ़ीपुर चौराहे के पास धर दबोचे गए।
इस गिरफ्तारी पर सपा के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने कहा कि यह पुलिस की ज्यादती है। सच्चाई यही है कि उस उपद्रव में कमलेश की कोई भूमिका नहीं थी। पार्टी पहले ही उस उपद्रव में फंसाए गए पार्टीजनों के मामले में निष्पक्ष जांच करने की मांग प्रशासन से कर चुकी है। बावजूद जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्य कमलेश यादव की अब हड़बड़ी में गिरफ्तारी का संकेत यही है कि जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में सपा से जुड़े अन्य नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों को भी आतंकित, प्रताड़ित किया जाएगा।
सपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा कि जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्य कमलेश यादव की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश है। इसका सबूत यही है कि जिस उपद्रव में कमलेश यादव की कथित भूमिका बताई गई है। उस मामले में सपा के ही पूर्व एमएलसी विजय यादव भी नामजद मुल्जिम हैं और आज भी वह खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस उन पर इस लिए हाथ डालने की जरूरत नहीं समझ रही कि वह जिला पंचायत चेयरमैन चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के परिवार के‘दुलरुआ’हैं।
मालूम हो कि उस उपद्रव के मामले में सिधौना पुलिस चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर खानेपुर थाने में दर्ज हुई एफआईआर में कुल 30 नामजद तथा एक हजार अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। उपद्रव में सैदपुर एसडीएम की गाड़ी के अलावा रोडवेज सहित दो बसों को पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।