करंडा ब्लॉक प्रमुख का चचेरा भाई और निजी गनर गिरफ्तार

गाजीपुर। बीडीओ करंडा अनिल कुमार श्रीवास्तव पर हमले के मामले में ब्लॉक प्रमुख करंडा आशीष यादव के चचेरे भाई और उनके निजी गनर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी करंडा क्षेत्र के ही जानकी मोड़ (बरम बाबा मंदिर) के पास बुधवार की सुबह करीब पौने 11 बजे हुई।
ब्लॉक प्रमुख का चचेरा भाई राहुल यादव सुआपुर थाना करंडा और निजी गनर सुरेश चंद्र त्रिपाठी मूलतः गोंडा जिले के ग्राम चुआड़ थाना चकिया का रहने वाला है और गाजीपुर में छावनी लाइन में रहता है। बीडीओ करंडा की तहरीर पर इनके विरुद्ध आईपीसी की अन्य धाराओं के साथ धारा 307 तथा 120बी का मामला भी करंडा थाने में दर्ज था।
बीडीओ करंडा अनिल श्रीवास्तव पर हमले की घटना बीते 26 मई की रात करीब दस बजे हुई थी। वह भोजन के बाद सरकारी आवास से टहलने निकले थे। वह हमला बेजा भुगतान को लेकर ब्लॉक प्रमुख से चल रहे विवाद का नतीजा माना गया था। शुरू में इस मामले को दबाने की भरसक कोशिश हुई मगर मामला संज्ञान में आने के बाद डीएम एमपी सिंह ने उसे गंभीरता से लिया और उनके आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई थी और अब जबकि हमलावरों की गिरफ्तारी को भी डीएम की सख्ती का ही नतीजा माना जा रहा है।
दरअसल डीएम ने बीते सोमवार को विकास कार्यों की समीक्षा के लिए राइफल क्लब में बैठक आहूत की थी। उस बैठक में करंडा बीडीओ अनिल श्रीवास्तव गैरहाजिर थे। डीएम ने उनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया था। बैठक के बाद अन्य ब्लॉकों के बीडीओ ने डीएम से बातचीत में अपने साथी अनिल श्रीवास्तव पर हमले की चर्चा करते हुए हमलावरों की अब तक गिरफ्तारी न होने पर चिंता जताई थी। तब डीएम ने उन्हें आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही हमलावरों की गिरफ्तारी होगी।
मालूम हो कि 1998 में तत्कालीन बीडीओ करंडा कल्याण सिंह की सरकारी आवास में हत्या कर दी गई थी। उसके बाद मौजूदा बीडीओ अनिल श्रीवास्तव पर हमले की घटना ने जिले के अन्य बीडीओ भी डर गए हैं। राजनीतिक हलके में भी यह घटना चर्चा में है। योगी राज में हुई यह घटना मामूली नहीं मानी जा रही है।