कोरोनाः तीन की जिंदगी गई, कुल एक्टीव केस 105

गाजीपुर। कोरोना को लेकर गाजीपुरिये अलर्ट हो जाएं। दूसरी लहर कहर बरपाने पर आमादा लग रही है। 24 घंटे में और 27 नए केस सामने आए हैं जबकि तीन पीड़ितों की जान चली गई है। इस हिसाब से गाजीपुर में कुल एक्टीव केस की संख्या 105 पर पहुंच गई है। एसीएमओ उमेश कुमार की मानी जाए तो गाजीपुर में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। थोड़ी भी ढिलाई संकट में डाल सकती है।
एसीएमओ उमेश कुमार के अनुसार मरने वालों में शहर के पीरनगर निवासी विनोद दूबे (60) पांच साल से मधुमेह से पीड़ित थे। सांस में दिक्कत महसूस होने पर उन्हें जिला अस्पताल में दाखिल किया गया लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर बीएचयू रेफर किया गया लेकिन परिवार वाले उनको निजी अस्पताल में दाखिल कराए। जहां टेस्ट में वह कोरोना पॉजिटिव निकले और अगले दिन सुबह उनका दम टूट गया। इसी तरह सैदपुर क्षेत्र के नेवादा गांव निवासी फूलचंद राम (65) डेढ़ साल से एंजियोप्लास्टी से पीड़ित थे। एक सप्ताह पूर्व उनको सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई। वाराणसी में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उनको वहीं के पं.दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां वह अपनी जिंदगी की जंग हार गए जबकि तीसरे मृत पीड़ित का विवरण एसीएमओ के पास फिलहाल उपलब्ध नहीं था।
अब दो निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन उपलब्ध
अब गाजीपुर में भी दो निजी अस्पतालों मे कोविड-19 की वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। इनमें जिला मुख्यालय स्थित सिंह हॉस्पिटल तथा आरएस हॉस्पिटल बहरियाबाद है। वहां वैक्सीन लगवाने के एवज में संबंधित को 250 रुपये का भुगतान करना होगा जबकि सरकारी अस्पतालों में यह निःशुल्क है। एसीएमओ ने स्पष्ट किया कि यह जरूरी नहीं कि वैक्सीन की पहली डोज जहां लगी है, वहीं दूसरी डोज भी लगेगी। लाभार्थी अपनी सुविधानुसार नजदीक के टीकाकरण केंद्र पर जाकर कोविड का दूसरा टीका लगवा सकता है। केवल यह ध्यान रखना होगा कि पहला टीका कोवैक्सीन का लगा है या कोविशील्ड का। दूसरा भी उसी कंपनी का लगवाना होगा। दूसरी डोज़ के लिए रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पहले टीके के लिए रजिस्टर किया है, तो वह स्वतः ही दूसरे टीके के लिए भी रजिस्टर्ड हो जाएगा। जिन्हें पहला टीका लग चुका है, उन्हें केंद्र पर जाकर मोबाइल नंबर बताना होगा, ताकि उनकी पूरी जानकारी मिल जाए कि पहला टीका कब लगा था। उसके बाद उन्हें दूसरा टीका लगाया जाएगा। जिनको कोविशील्ड लगी है वह छह से आठ सप्ताह में दूसरी डोज़ लगवा सकते हैं जबकि कोवैक्सीन की पहली डोज लेने वाले चार से छह सप्ताह में दूसरी डोज़ लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 45 साल से नीचे के लोगों के टीके को लेकर अभी स्वास्थ्य मंत्रालय से कोई दिशानिर्देश नहीं मिला है।
…और शासन ने तय की तारीख
शासन ने पेशागत लिहाज से वैक्सीनेशन की प्राथमिकता देने के लिए तारीख भी मुकर्रर कर दी है। उसके मुताबिक आठ और नौ अप्रैल को मीडिया कर्मियों सहित खुदरा तथा थोक दुकानदारों को वैक्सीन लगेगी। दस अप्रैल को बैंक तथा बीमा कर्मी, 12-14 शिक्षक, 15-16 ऑटो, बस तथा टैक्सी चालक, 17-19 सरकारी मुलाजिम, 20-21 न्यायपालिका कर्मचारी तथा वकील और 22-23 अप्रैल को निजी प्रतिष्ठानों से जुड़े लोगों को वैक्सीन लगेगी।