चेयरमैन दंपति ने नागरिकों की जेब पर लगाई चपतः शम्मी

गाजीपुर। जहां नगर पालिका चेयरमैन सरिता अग्रवाल और उनके पूर्व चेयरमैन पति विनोद अग्रवाल स्व-कर में आधी कटौती कर बधाइयां बटोर रहे हैं। वहीं नगर के प्रमुख समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी ने उनके इस निर्णय का स्वागत तो किया है लेकिन लगे हाथ उन्हें सवालों के कठघरे में भी खड़ा किया है। उनका साफ कहना है कि अव्वल तो चेयरमैन दंपति का यह सियासी स्टंट है। दूसरे उन्होंने इस अहम मसले पर नागरिकों की जेब की कीमत पर खुद के नफा-नुकसान की सियासी गणित साधी है और तय है कि मौका पड़ने पर नागरिक अपनी एक-एक पाई का उनसे हिसाब लेंगे।
मालूम हो कि गृह-जल कर के स्व-कर व्यवस्था पर शम्मी शुरू से न सिर्फ कड़ा एतराज जताते रहे हैं बल्कि इसे मुद्दा बनाकर सालों से संघर्षरत भी रहे हैं।
जाहिर था कि बुधवार को चेयरमैन दंपति ने नगर पालिका की बैठक बुलाकर जब स्व-कर में आधी कटौती का प्रस्ताव पारित कराया तो शम्मी की फौरी प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि करीब एक दशक से स्व-कर व्यवस्था के नाम पर नगर के लोगों से जबरिया दोगुना टैक्स वसूली की गई लेकिन अब नगर निकायों का चुनाव निकट आया है तो झूठी वाहवाही के लिए चेयरमैन दंपति ने स्व-कर में पच्चास फीसद की कटौती कर दी गई। सवाल है कि जब नागरिक इसमें कटौती की मांग करते रहे तो इसमें शासनादेश का हवाला क्यों दिया जाता रहा। फिर नागरिकों से हुई बेजा वसूली का ब्याज कौन देगा।
हालांकि शम्मी ने स्व-कर में कटौती को नागरिकों के हित में मानते हुए कहा कि यह उनके संघर्ष का नतीजा है लेकिन वह यह भी जोड़े कि अगर चेयरमैन की नीयत साफ है तो अतिरिक्त वसूले गए कर की राशि का मय ब्याज समायोजन करें। उन्होंने चेताया कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मौका आने पर नागरिक अपनी पाई-पाई का हिसाब लेंगे। शम्मी ने मीडिया को दी गई प्रतिक्रिया के साथ ही इस मुद्दे को लेकर अपने आंदोलन की फोटो भी शेयर की है।…ताकि याद ताजी हो !