…पर किधर जाएंगे अरुण सिंह के समर्थक

गाजीपुर। इस बार के विधानसभा चुनाव में जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह के समर्थक किधर जाएंगे। सियासी हलके में यह सवाल उठ रहा है।
अरुण सिंह एक हत्या के मामले में इन दिनों नैनी जेल में निरुद्ध हैं लिहाजा उनकी नामौजूदगी में समर्थकों में कुछ अपनी गरज और मिजाज के हिसाब से राजनीतिक दल थाम लिए हैं लेकिन ज्यादातर समर्थक साइलेंट मोड में हैं लेकिन हाल ही में अरुण सिंह वाराणसी की कोर्ट में पेशी पर आए थे। उसके बाद से उनके प्रतिनिधि गौतम मिश्र एडवोकेट की सक्रियता से यह साफ लग रहा है कि अरुण सिंह के समर्थकों को एक्टिवेट करने की तैयारी शुरू है। इस बाबत ‘आजकल समाचार’ ने श्री मिश्र से चर्चा की। वह बताए कि अरुण सिंह की अगुवाई में बनी सर्वदलीय संघर्ष समिति के बैनर तले समर्थकों की बैठक बुलाई जाएगी। उसमें विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक फैसले पर विचार होगा।
मालूम हो कि अरुण सिंह भाजपा के कभी गाजीपुर में जनाधार वाले नेता माने जाते थे। दो बार जमानियां तथा एक बार सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। जीते तो नहीं लेकिन हर बार उनका प्रदर्शन शानदार रहा। तब भी जब भाजपा के सितारे गर्दिश में थे लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में वह भाजपा से बगावत कर खुद को दूर कर लिए। फिर 2016 से वह नैनी जेल में हैं।
बावजूद अरुण सिंह के पास आज भी अपने समर्थकों की एक बड़ी टीम है। खासकर सदर, जंगीपुर तथा जमानियां विधानसभा क्षेत्र में तो उनके समर्थक किसी की हवा टाइट करने और बिगाड़ने तक का माद्दा रखते हैं। अब उनकी बैठक के बाद ही साफ होगा कि वह विधानसभा चुनाव में किधर जाएंगे। यह बैठक कब होगी। इस सवाल पर गौतम मिश्र ने बताया कि फिलहाल कोरोना के चलते सभा, रैली पर रोक है लिहाजा रोक हटने के बाद बकायदे प्रशासन से इजाजत लेकर बैठक आहूत होगी।