जाति, मजहब की गोलबंदी का जवाब अपने ‘वोट बैंक’ से देने की भाजपा की कवायद

गाजीपुर। प्रतिद्वंद्वी दलों की ओर से खुद के विरुद्ध जाति, मजहब की गोलबंदी का जवाब भाजपा अपने ‘वोट बैंक’ से देने की कवायद में जुट गई है। भाजपा को पूरा विश्वास है कि उसका यह वोट बैंक जाति, मजहब से बिल्कुल परे है।
भाजपा इस वोट बैंक में अपनी डबल इंजन वाली सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को जोड़ रही है। ऐसे लाभार्थियों की तादात लाखों में है और मौजूदगी हर विधानसभा क्षेत्र में है। इन लाभार्थियों की सूची बकायदा लिफाफे में रख कर पार्टी संगठन की निचली इकाइयों तक पहुंचा दी गई है और उस सूची में अंकित लाभार्थियों से उनके घर पहुंच कर पार्टी कार्यकर्ता, नेता संपर्क साध रहे हैं। पार्टी के जिला महामंत्री ओमप्रकाश राय ने इस कवायद की पुष्टि करते हुए बताया कि यह संपर्क अभियान इस माह तक चलेगा। उन्होंने बताया कि यह भी पहली बार हुआ है कि सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों के चयन में किसी तरह के भेदभाव और बेईमानी नहीं हुई है। असल पात्रों को ही लाभ मिला है। उन्होंने दावा किया कि जनहित में प्रदेश और केंद्र सरकार की कुल 197 योजनाएं संचालित हो रही हैं। उस हिसाब से शायद कोई ऐसा घर नहीं बचा है जहां सरकार की किसी न किसी योजनाओं से लाभान्वित न हो।
लाभार्थियों के घर पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं को कैसा अनुभव मिल रहा है। पार्टी के मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा जवाब था-बेहद उत्साहजनक। उस जाति, धर्म के लाभार्थी भी कार्यकर्ताओं को सम्मान दे रहे हैं। स्वागत कर रहे हैं और उनकी बात धैर्यता से सुन रहे हैं, जो पार्टी के परंपरागत समर्थक अथवा वोटर नहीं माने जाते रहे हैं।
…और गाजीपुर में प्रमुख योजनाओं के लाभार्थी
गरीबों को मफ्त राशन के लिए चल रही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के कुल लाभार्थियों की संख्या छह लाख 40 हजार 438, मुफ्त ईंधन गैस कनेक्शन की उज्ज्वला योजना दो लाख 22 हजार 219, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एक लाख 73 हजार 821, प्रधानमंत्री जनधन योजना 14 लाख 66 हजार के अलावा मुफ्त बिजली कनेक्शन की प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना के लभार्थियों की संख्या हजारों में है।