रिश्वतखोर पुलिस सब इंस्पेक्टर रंगे हाथ धराया

गाजीपुर। एंटी करप्शन टीम रिश्वतखोर पुलिस सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथ धर दबोची। यह कार्रवाई मंगलवार की दोपहर कलेक्ट्रेट स्थित राइफल क्लब के सामने एक चाय की दुकान में हुई। सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह जमानियां कोतवाली में तैनात था। वह मीरजापुर जिले के चील्ह थाने के थुलुआ गांव का रहने वाला बताया गया है। पिछले साल ही वह जमानियां कोतवाली में ही हेड कांस्टेबल रहते प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बना था।
एसआई अनिल कुमार सिंह जमानियां कोतवाली के गोपालपुर के कृष्णा यादव से एक मामले की विवेचना में अभियुक्त का नाम निकालने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगा था। कृष्णा यादव ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन आर्गनाइजेशन की वाराणसी यूनिट से शिकायत की। उसके बाद आर्गनाइजेशन के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह की अगुवाई में एक टीम गाजीपुर आई। टीम शिकायतकर्ता कृष्णा के जरिये सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को जमानियां से जिला मुख्यालय पर बुलवाई। उसके बाद सबूत के लिए रिश्वत के नोटों में केमिकल लगाकर कृष्णा को दिया गया। कृष्णा वह नोट जैसे ही सब इंस्पेक्टर के हाथों में पकड़ाया कि अगल-बगल पहले से निगाहबानी कर रही एंटी करप्शन की टीम उसे धर दबोची।
फिर उसे शहर कोतवाली लाया गया। जहां कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर टीम उसे लेकर वाराणसी लौट गई। टीम में इंस्पेक्टर विनोद कुमार यादव, संध्या सिंह, शैलेंद्र कुमार राय, सुनील कुमार यादव, पुनीत कुमार सिंह, सुमित कुमार भारती एवं अश्वनी कुमार पांडेय थे।
…और इस मामले में मांगा था रिश्वत
शिकायतकर्ता कृष्णा कुमार यादव के अनुसार बीते 13 दिसंबर को पटीदार से जमीन के विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। पटीदार परिवार ने उसके माता-पिता पर हमला कर दिया था। उस मामले में वह पटीदार परिवार के विरुद्ध जमानियां कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराया था। उसकी पेशबंदी में पटीदार परिवार ने कृष्णा सहित उसके चाचा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जबकि उसके चाचा झगड़े के वक्त मौके पर भी नहीं थे। उस मामले की विवेचना हलका दारोगा के नाते सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को सौंपी गई। विवेचना के क्रम में कृष्णा ने उसे बताया कि झगड़ा के वक्त उसके चाचा मौके पर नहीं थे और खुद उसे भी झूठा फंसाया गया है। तब बतौर अभियुक्त उन दोनों का नाम हटाने के लिए विवेचक अनिल कुमार सिंह ने सौदेबाजी शुरू कर दी और अपनी ओर से वह सौदा 15 हजार रुपये पर डन कर दिया। तब कृष्णा ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन आर्गनाइजेशन की वाराणसी यूनिट से की थी। इस सिलसिले में पुलिस कप्तान रामबदन सिंह से संपर्क किया गया लेकिन वह क्राइम मीटिंग में व्यस्त होने के कारण उपलब्ध नहीं हुए। उनके पीआरओ ने बताया कि यह मामला साहब के संज्ञान में है। निश्चित रूप से रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए सब इंस्पेक्टर के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी।