रिश्वतखोर लेखपाल ऐसे दबोचा गया रंगे हाथ

गाजीपुर। रिश्वतखोर लेखपाल को एंटी करप्शन टीम नाटकीय तरीके से रंगे हाथ धर दबोची। लेखपाल रमेश सोनकर सैदपुर तहसील में तैनात है। उसके हलके इशोपुर बरहपुर के योगेंद्र यादव की शिकायत पर यह कार्रवाई बुधवार की शाम नंदगंज थाने के बरहपुर स्थित इंदिरा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास हुई। थाने में जरूरी लिखापढ़ी के बाद एंटी करप्शन टीम उसे हिरासत में लेकर वाराणसी लौट गई।
योगेंद्र यादव अपने गांव की सरकारी नाली की नापी की अर्जी दिए थे। नापी के लिए लेखपाल बतौर रिश्वत दस हजार रुपये मांगा। रुपये न देने पर वह योगेंद्र संग हिलाहवाली कर रहा था। उससे आजिज योगोंद्र यादव ने इसकी शिकायत पुलिस की एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन की वाराणसी यूनिट से की। यूनिट के इंस्पेक्टर संतोष कुमार दीक्षित की अगुवाई में टीम गठित टीम गाजीपुर पहुंची। शिकायतकर्ता योगेंद्र यादव ने लेखपाल को फोन कर कहा कि वह उसकी दवा लाए हैं। तब लेखपाल यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र के लिए बरहपुर स्थित इंदिरा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचा था। अपनी दवा आने की सूचना मिलते ही वह झटपट मौके पर पहुंच गया। योगेंद्र यादव ने उसे रिश्वत की पहले से रसायन में लिपटी नकदी पकड़ाई कि आसपास छिपी एंटी करप्शन टीम लपक कर उसे दबोच ली।
एक सप्ताह के भीतर एंटी करप्सन टीम की ऐसी दूसरी कार्रवाई है। 30 नवंबर को जखनियां तहसील मुख्यालय गेट पर भी इलाकाई रिश्वतखोर लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ी थी।